अरशद आब्दी, झांसी ( यूपी ), NIT; झांसी शहर के मोहल्ला मेवातीपुरा में मोहम्मद नक़ी अली साहब के अज़खना में स्वर्गीय हाजी सज्जाद अली आब्दी की याद में वार्षिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें हिंदुस्तान के मशहूर व मारूफ़ लखनऊ से आये जाकीर ए अहलेबैत इरशाद अब्बास सहाब ने तकरीर की। जिसमें उन्होंने मां-बाप की इज़्ज़त और उनकी ख़िदमत की तलकीन की। अपनी तकरीर में उन्होंने मौला अली और उनकी ज़िन्दगी पर रौशनी डालते हुए कहा कि जिसने अपने माँ बाप की खिदमत नहीं की तो गोया उसने इस दुनिया मे आकर कुछ नही किया एवं कर्बला में हुए इमामे हुसैन के वाक्या को याद किया गया जिसमें उनकी अज़ीम शहादत को याद किया गया। वहीं इस मजलिस (संगोष्ठी) में झाँसी के आली जानाब मौलाना जुमा व जमात मौलाना सैय्यद शाने हैदर ज़ैदी सहाब क़िब्ला भी मौजूद रहे, जिसमें रबाईं राजू हैदर अली एवं मर्सिया खुआनी हाजी आबिद रज़ा ( हाशिम) एवं अल्हाज अली नवाब साहब ने की, जिसके बाद नौहा खुआनी साहिबे आलम हाशिम ने की। इस मजलिस में मौजूद रहे हाजी सज्जाद अली उर्फ आर्मी कैप्टन, सहाब शहनशाह हैदर, आरिफ रज़ा, ज़ाहिद रज़ा, फ़ारूक मास्टर साहब, शाकिर सहाब, मऊरानीपुर से अम्मू साहब, फुरकान हैदर, कमर आब्दी, शुजाअत हैदर, जाफरी सीतापुरी, इरशाद आब्दी, राहत आब्दी, महोबा से राशिद आब्दी, वही अमरोहा से आए हुए ज़ाकिरे अहलेबैत असलम रज़ा नक़वी भी मौजूद रहे। अंत में स्वर्गीय सज्जाद अली आब्दी के सभी पुत्रों ने सभी का आभार व्यक्त किया। जिमसें आली जानब अली नवाब साहब ,मेहंदी नवाब, अस्करी नवाब एवं जफर नवाब ने किया। बाद मजलिस के हिन्दुतान के मशहूर व मारूफ़ मौलाना इरशाद अब्बास सहाब ने दुआ कराई, जिसमें गरीबों और मुफ़लिसों के लिए सभी आये हुए लोगो ने दुआ की और देश में अमन और चैन से रहने की गुज़ारिश की।
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