मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
नेहरू स्टेडियम में एक युवक का शव मिला था जिसकी शिनाख्त आशीष पिता योगेन्द्र चौरसिया उम्र 35 साल निवासी वार्ड नंबर 03 के रूप में की गई। क्रूरतम अंधे हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर ही सुलझा ली। बिखरी कड़ियों को जोड़ते हुए थाना प्रभारी और उनकी टीम ने आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक युवक का क्षेत्र के कुछ लोगों से विवाद चला आ रहा था। आशीष द्वारा एक महिला से संपर्क बना रखने से बाबू यादव को आपत्ति थी। महिला द्वारा राकेश उर्फ बाबू यादव से किनारा करने पर गुस्से में आकर हत्या की घटना कारित करके पातालकोट एक्सप्रेस से फरार होना चाह रहा था। तभी उसे पुलिस ने धर दबोचा पुलिस को इस अपराधी का कुबूल नामा करते हुए बाबू यादव ने बताया कि मृतक आशीष चौरसिया उक्त महिला से पारिवारिक संबंध स्थापित करना राकेश उर्फ बाबू यादव को नागवार गुजरा और योजनाबद्ध तरीके से आशीष को बात करने के लिए नेहरू स्टेडियम ले जा कर आशीष को धारदार चाकू से की वार गले सीने और पेट पर किए और आत्मा ना झूमने के भय से शव के ऊपर मिट्टी डालकर भाग खड़ा हुआ आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू कपड़े मोबाइल व अन्य साक्ष्य जप्त किए हैं। पुलिस ने अपराध क्रमांक 212/23धारा 302 कायम किया है। पूर्व में राकेश उर्फ बाबू यादव पिता रामजी यादव (40) निवासी वार्ड 11 जुन्नारदेव के खिलाफ जुंआ एक्ट और मारपीट की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज है। अंधे कत्ल का खुलासा करने वाली टीम में थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा, अंबाडा चौकी प्रभारी मयंक उईके,सउनि शरद मालवी, प्र आ नीतेश रघुवंशी, आरक्षक चन्द्र किशोर रघुवंशी, नीरज भलावी,नवनीत निवारे,नितिन सिंह (सायबर सेल) निशांत जैन की भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने पुलिस की सफलता पर पुरुस्कार देने की घोषणा की।
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