मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
तनवीर रज़ा बरकाती ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन शिक्षा विभाग की उर्दू दुश्मनी को लेकर दारूस्सुरूर एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी बुरहानपुर द्वारा बुरहानपुर कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल व जिला शिक्षा अधिकारी रविंद्र महाजन को ज्ञापन सौंपा गया। फैजान अंसारी, एहतेशाम अंसारी और इमरान अंसारी ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा जारी रुक जाना नहीं योजना 2016-17 से जारी है जिसमें 10वीं एवं 12वीं में अनुत्तीर्ण रहने वालों छात्रों के शिक्षण सत्र बर्बाद ना हो, इस उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई है। जिसमें छात्र-छात्राएं दोबारा परीक्षा देकर उत्तीर्ण हो सकते हैं परंतु छात्रों द्वारा इस योजना का ऑनलाइन फॉर्म भरते समय पोर्टल पर उर्दू माध्यम के छात्रों का रिकॉर्ड नहीं दिखाई देने के कारण फार्म नहीं भरा जा रहा है। उक्त परेशानी से ज़िले के उर्दू माध्यम के लगभग 300 से 400 छात्र-छात्राएं वंचित हो सकते हैं तथा उनका शैक्षणिक सत्र बर्बाद हो सकता है। इस स्थिति में इस योजना का उद्देश्य पूर्ण नहीं हो पा रहा है। चर्चा के दौरान कलेक्टर द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी से बातचीत की गई। कलेक्टर मैडम द्वारा आश्वासन दिया गया कि इस समस्या का निराकरण जल्द से जल्द किया जाएगा। फिर दारूस्सुरूर एजुकेशन सोसायटी द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी से इस मामले में बातचीत की गई और ज्ञापन सौंपा गया। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा यह कहा गया कि हमने ओपन बोर्ड के अधिकारियों को लेटर देकर बात की है वह इस मामले को गंभीरता पूर्वक नहीं ले रहे हैं और इस समस्या का निराकरण करने से मना कर रहे हैं, फिर भी हम अपने स्तर पर बोर्ड के अधिकारियों से बात करके इस मसले को हल करवाने की भरपूर कोशिश करेंगे। इस मौके पर सोसाइटी के सदस्यगण एवं छात्र गण उपस्थित थे।
वहीं इस मामले में आम आदमी पार्टी की बुरहानपुर जिला इकाई के पदाधिकारियों सहित शिक्षा जैन के प्रदेश संयुक्त सचिव नौशाद अली अंसारी नेवी कलेक्टर बुरहानपुर जिला शिक्षा अधिकारी बुरहानपुर के नाम ज्ञापन सौंपा है। मध्य प्रदेश शासन शिक्षा विभाग की रुक जाना नही योजना के पोर्टल पर उर्दू मध्यम के विद्यार्थियों का नाम नहीं आने पर व विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण जल्द से जल्द हो, इस सम्बंध में ज़िला बुरहानपुर आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव (शिक्षा विंग) नौशाद अली अंसारी द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम ज़िला कलेक्टर और ज़िला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी इस मसले को लेकर मध्य प्रदेश मुस्लिम एजुकेशनल सोसायटी बुरहानपुर के पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपा था। साल दर साल यही समस्या आती है और शिक्षा विभाग कोई स्थाई पॉलिसी नहीं बनाता है जिसके कारण उर्दू छात्रों को हमेशा परेशानी बनी रहती है। और ज्ञापन और आंदोलन के माध्यम से अपनी बात को शासन प्रशासन के समक्ष रखना पड़ता है।
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