रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, झाबुआ/भोपाल (मप्र), NIT:
प्रदेश स्तर पर जन स्वास्थ्य रक्षकों का 2 मई को भोपाल में प्रांतीय जन स्वास्थ्य रक्षक कल्याण संगठन प्रदेश अध्यक्ष बृजेश पाण्डे एवं झाबुआ जिले के जिला अध्यक्ष व प्रदेश सचिव डॉ. जे.एस. हिन्डौलिया प्रदेश महासचिव पूर्णानंद त्रिपाठी व कार्यकारिणी अध्यक्ष जीवन लाल सेन, इन्द्र सिंह राठौड़, दयाल सिंह यादव, उदयभान लोधी, डॉ.के.आर. शर्मा, डॉ. सत्येंद्र राय, डॉ.शिवनारायण गुर्जर, चन्द्रकांत प्रजापति, गजेंद्र मंडलोई, ओ.पी. जोशी, हायत कुरैशी, राजमणि सिंह परिहार, इन्द्रसिह राठौर, पुरुषोत्तम उपाध्याय, राधेश्याम विश्वकर्मा, लक्ष्मीकांत दुबे, मनहरण अहिरवार, सियाराम प्रजापति, दिनेश प्रजापति, दिनेश तिवारी, महेश साहू, रमेश सोलंकी, शांतिलाल, उमराव सिंह चौहान, अमृतलाल पाटीदार, आईदान मेडा, कालिया परमार, रतनलाल वसुनिया, जगदीश भैरू सिंह, गुलाब सिंह अमलियार, सक्रिय डामोर, बालू सिंह मोरी, कमला, रमेश मोरी, सोमेंद्र सिंह, वेल सिंह, चौहान सिंह, शेर सिंह, अनसिंग, अमर सिंह मोरी, जीतेंद्र सिंह गुंडिया, कैलाश पाल, रमेश वास्केल, जगन सिंह क्लेश, श्रीमती तुलसी क्लेश, नरसिंह वास्कले, आपसिंह डामोर, अयूब खान, मुन्ना किसान, जय सिंह, देवी सिंह सलमान, मुकेश, कन्हैयालाल पदम सिंह, बहादुर सिंह, बसु कटारा, थावरिया वसुनिया, रसिया डामोर, लीला मोहन, गलियां, मडिया, राजेंद्र भूरिया आदि लोग उपस्थित थे। संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया कि 1995 से 2002 के मध्य में जन स्वास्थ्य रक्षक योजना लागू कर मध्यप्रदेश में प्रत्येक ग्राम हर पंचायती राज्य द्वारा एक प्रस्ताव लेकर गांव में ही शिक्षित युवकों को प्रशिक्षण हेतु ब्लॉक मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय में सूचना प्रदान की गई थी तत्पश्चात मध्य प्रदेश के 52000 गांव में 52000 युवकों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया गया था। प्रत्येक गांव में एक जन स्वास्थ्य रक्षक को प्रशिक्षित करके उसी गांव में उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेवाएं देने की अनुमति प्रदान की गई थी। प्रशिक्षण उपरांत राज्य स्तरीय परीक्षा ली गई तथा शासन द्वारा प्रमाण पत्र भेज दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान ₹500 प्रतिमाह 6 महीना तक दिया गया। उन्हें स्वास्थ्य कीट के अंतर्गत वेट मशीन, कैची, कार्टन, पट्टी, थर्मामीटर एवं मेडिसन दवाईयों का किट जन स्वास्थ्य रक्षकों को क्लीनिक का वोट लिखा भी प्रदान किया गया था। तब से लेकर आज तक पल्स पोलियो, फाइलेरिया, टीबी उन्मूलन, कुष्ठ रोग उन्मूलन, मलेरिया, आदि रोगों में सेवाएं निरंतर ली गईं फिर भी उन्हें अपमानजनक शब्दों का उपयोग कर झोलाछाप कहा जाता है जिसकी प्रदेश संगठन घोर निंदा करता है एवं प्रदेश सरकार को आगाह करता है कि यदि हमारे विषय में ठोस निर्णय नहीं लिया जाता तो आगामी प्रदेश सरकार को हमारे आक्रोश को झेलना ही पड़ेगा।
जो जन स्वास्थ्य रक्षकों की बात चित करेगा।
इस बार वही प्रदेश पर राज करेगा।
जन स्वास्थ्य रक्षकों के बिना स्वास्थ्य व्यवस्था अधूरी थी अधूरी रहेगी।
कोविड-19 में भी उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालते हुए ग्राम वासियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। प्रदेश सरकार को पूरी जानकारी होने के बावजूद भी इनके विषय में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया ना ही उन्हें अतिरिक्त प्रशिक्षण दिया गया और ना ही पंजीकृत किया गया जबकि उसी समय पर पंचायत कर्मी और शिक्षाकर्मी भी प्रशिक्षित हुए थे उन्हें अपनी मंजिल मिल गई किंतु स्वास्थ्य विभाग कर्मी यानी जन स्वास्थ्य रक्षक आज भी राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हो गया, इस बार हम ऐसा नहीं होने देंगे। डॉ. हिन्डौलिया ने बताया कि 2 मई 2023 को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने भोपाल अपना अधिकार सम्मेलन करने जा रहा है जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी जन स्वास्थ्य रक्षक साथियों को संबोधित करेंगे जिन्होंने दिनांक 11-12-2019 को जन शिक्षकों को नियुक्ति हेतु सर्वे का आदेश जारी कर चुके थे जन स्वास्थ्य रक्षक जैसे कि आप नाम से ही समझ चुके होंगे कि वह अपने गांव का छोटा सा चिकित्सक है किंतु इस छोटे से चिकित्सक का प्राथमिक उपचार ही मुख्य उपचार की आधारशिला होती है इस बात की जानकारी भी वर्तमान प्रदेश सरकार को अच्छी तरह से है किंतु हमारे विषय में संज्ञान (सुध) लेने को तैयार नहीं हम अपना अधिकार लेंगे। आपने हमे प्रशिक्षण दिया क्यों?
प्रदेश सरकार का पैसा खर्च हुआ जन स्वास्थ्य रक्षकों का भविष्य बर्बाद हुआ क्यों?
क्या वह? मानव के अधिकार का हनन नहीं है तो फिर सरकार कुंभकरण की नींद में क्यों सो रही है
नहीं किसी से भीख मांगते
हम अपना अधिकार मांगते।
अधिकार सम्मेलन में सरकार उपस्थित हो और हमारी मांगें पूरी करे अन्यथा सरकार पलटते देर नहीं लगेगी: डाॅ. जे.एस. हिन्डौलिया, जिलाध्यक्ष झाबुआ एवं प्रांतीय सचिव भोपाल म.प्र.
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.