यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:
रमज़ान का महीना हर मुसलमान के लिऐ महत्वपूर्ण होता है। रमज़ान के महीने में पूरे 30 रोज़े रखे जाते हैं और खुदा की इबादत की जाती है। रमज़ान के पवित्र महीने के मौके पर घर के छोटे बड़े बुजुर्ग मुस्लिम महिलाएं रोज़ा रखती हैं और इबादत करती हैं। ऐसे में बड़ों का रोजा रखता देख
अल्बीना ने भी खुदा की इबादत करते नजर आई, 11 साल की अल्बीना ने अपना पहला रोज़ा रखा और 5 टाइम की नमाज़ भी अदा की। घर के मां बाप और सभी बुजुर्गों ने अल्बीना को दुआओं से नवाज़ा और रोज़ा रखकर खुदा की इबादत करते देखकर मोहल्ले में खुशी का माहौल बना हुआ है। रोज़ा सिर्फ अल्लाह के लिए रखा जाता है, आपके पास बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए ये सबसे अच्छा मौका होता है। इस दौरान 11 साल की अल्बीना ने भी अपना रोज़ा रखा था। इफ्तार से पहले घर के सभी मेंबर अपने दिन भर खुदा का जिक्र करें और इस प्रक्रिया में बच्चों को जरूर शामिल करें। बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए उन्हें इनाम के तौर पर ज्यादा ईदी भी दें। इबादत से बच्चे के अंदर नेकी करने और अच्छा काम करने की भावना जागृत हो जाती है। अल्बीना की नानी ने बताया कि उसने अपनी नानी को इबादत करते देखा है इसीलिए अल्बीना ने रोज़ा रखने की इच्छा जाहिर की। अल्बीना को सभी रिश्तेदारों ने ईदी दी और मिठाई खिला कर रोज़ा रखने की खुशी मनाई।
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