राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
देवरी जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत सिलारी में वर्षों पुराने तालाब का गहरीकरण का कार्य मजदूरों से न कराकर जेसीबी मशीन द्वारा कार्य कराया जा रहा है। जहां एक ओर नगर से लगभग दो किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सिलारी खनन माफियाओं के लिये वरदान साबित हो रही है वहीं दूसरी ओर पंचायत कर्मियो की मिलीभगत से खनन माफिया सक्रिय हैं। जिसमें पंचायत कर्मियों के लिये एक अवैध कमाई का जरिया बना हुआ है। नगर में बनने वाली कालोनियों के लिये आये दिन सैकड़ों डम्पर द्वारा अवैध रूप से मुरम का दोहन किया जा रहा है।
ऐसा ही मामला 6 अप्रैल को देखने में आया। जहां पर वर्षों पुराने तालाब में जेसीबी मशीन से तालाब गहरीकरण का कार्य किया जा रहा था जिसमें ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पंचायत में लोगों को रोजगार न देकर पंचायत सचिव द्वारा मशीनों से कार्य कराया जा रहा है जबकि ग्रामीण रोजगार के लिये दर-दर भटक रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने विगत एक वर्ष में पंचायत द्वारा कराये गये कार्यों की निष्पक्ष जांच की मांग की है साथ ही अवैध रूप से मशीनों द्वारा कराये जा रहे मुरमीकरण की खुदाई पर रोक लगाने की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि शासन द्वारा ग्राम को जाने के लिए प्रधानमंत्री सड़क मार्ग का निर्माण कार्य कराया गया था।परन्तु पंचायत में फैले भ्रष्टाचार के चलते मुरम का डम्परों द्वारा अवैध परिवहन कार्य कराये जाने से क्षतिग्रस्त हो रही है जिस पर से ग्रामीणों को निकलने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इस संबंध मे पंचायत सचिव दिनेश पाराशर से बात की तो उन्होंने गोलमोल जबाव दिया और तालाब में जेसीबी मशीन द्वारा कराये जा रहे गहरीकरण कार्य पर जबाव देने से बचते नजर आये।
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