वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
हनुमत जन्मोत्सव पर गुरुवार को पूरा शहर बजरंगबली की भक्ति में सराबोर नजर आया। पूरा जिला पवन तनय के जयकारों से गूंज उठा। सुबह शहर की पुरानी गल्ला मंडी स्थित सुभाष पार्क से विराट कीर्तनमयी पदयात्रा शुरू हुई।इसमें लाखों की संख्या में शामिल भक्त ध्वज निशान लिए जय श्रीराम और बजरंग बली के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। कड़ी धूप और गर्मी होने के बावजूद लोग श्रद्धा और भक्ति के जोश से भरे हुए थे। भक्ति गीतों की धुनों पर महिलाएं, पुरुष और बच्चे झूमते-नाचते शहर से करीब नौ किलोमीटर दूर सीतापुर रोड स्थित गुलरीपुरवा के बालाजी हनुमान मंदिर पहुंचे यहां दर्शन पूजन के बाद भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। शहर की पुरानी गल्ला मंडी स्थित सुभाष पार्क से कीर्तनमयी पदयात्रा की शुरूआत हुई। यह यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई सीतापुर रोड एल आर पी चौराहा पहुंची। यहां से पदयात्रा में शामिल श्रद्धालु नाचते गाते हुए गुलरीपुरवा मन्दिर को चल रहे थे। बजरंगबली के जयकारों से पूरा शहर गूंज उठा। पदयात्रा में शामिल लोगों में इतना उत्साह था कि नौ किलोमीटर की इस लंबी पदयात्रा में किसी को थकान तक का अहसास नहीं हुआ। उनमें भक्ति का एक अनोखा जोश दिखाई पड़ रहा था। नंगे पैर होने के कारण पैरों में छाले पड़ गए पर किसी के चेहरे पर शिकन नजर नहीं आई। सभी भक्तिभाव में सराबोर नजर आए। भक्तों की भीड़ को देखते हुए पहले से ही रोड पर वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। गुलरीपुरवा मंदिर पर पहुंचकर भक्तों ने लाइन में लगकर बालाजी को प्रसाद चढ़ाया और उसके बाद भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। पदयात्रा के दौरान आयोजन समिति की ओर से सजीव झांकियों का मंचन किया गया। गुलरीपुरवा में दिनभर चले दर्शन-पूजन और प्रसाद वितरण के बाद शाम के समय आयोजन समिति की ओर से सुंदरकांड का पाठ कराया गया।
जगह-जगह स्टाल लगाकर प्रसाद बंटा
लखीमपुर से गुलरीपुरवा तक रास्ते में जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए स्टाल लगाए गए थे जिन पर हलवा, शर्बत, फल, ठंडे पानी के पाउच बूंदी आदि बांटा जा रहा था।भक्तों की सेवा करने के लिए तमाम लोग लगे रहे। पैदल चल रहे भक्तों को जगह-जगह जलपान कराया गया। हालांकि इधर से जाते वक्त ज्यादातर भक्तों ने कुछ नहीं खाया। भक्तों ने कहा कि वह व्रत रखकर बजरंगबली के दर्शन पूजन करेंगे इसके बाद ही कुछ खाएंगे।
भक्ति से सराबोर और अनुशासित रहे श्रद्धालु
संकट मोचन बजरंगबली की भक्ति से सराबोर होकर भक्त पूरी तरह से अनुशासित नजर आए। भजन कीर्तन करते और भजनों पर थिरकते चल रहे भक्तों ने नौ किलोमीटर की पद यात्रा की। सुरक्षा को लेकर पुलिस फोर्स और आयोजन समिति के लोग सक्रिय रहे जहा पर भक्त खुद ही अनुशासन में रहे। भक्त गुलरीपुरवा पहुंचकर कतारों में लगकर दर्शन पूजन किए और बाद में वहां से अपने घरों को पैदल ही रवाना हुए क्योंकि वापस आने के लिए बस की सुविधा नहीं थी।
डीएम -एसपी ने किया दर्शन पूजन
भक्तों के साथ ही डीएम महेंद्र बहादुर सिंह और एसपी गणेश प्रसाद शाहा भी पदयात्रा में शामिल हुए।गुलरीपुरवा पहुंचे दोनों अधिकारियों ने यहां कतार में लगकर बजरंग बली की पूजा अर्चना की। पदयात्रा में पहुंचे दोनों अधिकारियों ने भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच भी की और पुलिसकर्मियों को दिशा निर्देश भी दिए।
दोपहर तक रहा रूट डायवर्जन
लखीमपुर खीरी में हनुमत जन्मोत्सव पदयात्रा को लेकर सीतापुर रोड पर रूट डायवर्जन लागू रहा।सीतापुर और लखनऊ जाने वाले वाहनों को दूसरी तरफ मोड़ दिया गया।छाउछ चौराहे से बेहजम होकर बसें निकलीं राजापुर चौराहा से लहरपुर होकर बसें गईं। इससे वाहनों को 15 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करनी पड़ी। दोपहर दो बजे तक भक्तों का आवागमन रहा इसके बाद ही इस रूट पर वाहनों का आवागमन शुरू कराया गया।हालांकि इसके बाद भी सुरक्षा को लेकर गुलरीपुरवा मन्दिर के पास पुलिस फोर्स तैनात़ रहा।
चाक चौबन्द रही सुरक्षा व्यवस्था
पूरे मन्दिर परिसर को कैमरों की निगरानी में रखा गया था और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।मन्दिर पर महिला सिपाही भी मौजूद थी।एशहर से निकली विशाल कीर्तनमयी पदयात्रा में कोई असुविधा न हो उसके लिये भारी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी पुलिस अधीक्षक और एएसपी, जिलाधिकारी, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार के साथ साथ शहर कोतवाल, सीओ तथा जनपद के कई थानों की पुलिस सुरक्षा में जगह जगह लगी थी।यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए एल आर पी चौराहे पर भारी पुलिस बल लगया गया था और लखीमपुर से लेकर मन्दिर परिसर तक जगह जगह पुलिस सुरक्षा में लगी हुई थी।मन्दिर परिसर पर महिला सिपाहियों की टुकड़ियों को लगाया था साथ ही कई थानों की पुलिस बल की तैनाती की गयी थी।मन्दिर परिसर पूरी छावनी में तब्दील था।
स्वास्थ्य विभाग रहा सतर्क
सीएमएस डॉ. आईके राम चंदानी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुल 5 एंबुलेंस हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष में पदयात्रा के संबंध में लगाई गई थी।जिनमें दो एंबुलेंस मंदिर के पास मौजूद रहीं वहीं एक एंबुलेंस एल आर पी चौराहा पर और एक एंबुलेंस संकटा देवी मंदिर से लेकर एलआरपी चौराहे तक रोटेट करती रही जबकि एक अतिरिक्त एंबुलेंस इमरजेंसी के लिए सुरक्षित लगी रही।
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