अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT; आम आदमी पार्टी के द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार कांग्रेस पूरी तरह से आम आदमी पार्टी की पिछलग्गु हो गई है, चाहे वो कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व हो या प्रादेशिक नेतृत्व । राहुल गाँधी से लेकर अरुण यादव तक सब आम आदमी पार्टी द्वारा उठाए मुद्दों को ही दोहरा रहे हैं। राहुल गांधी जो नरेंद्र मोदी पर सहारा रेड में मिले दस्तावेजो से 40 करोड़ की रिश्वत का आरोप लगा रहे हैं। यह मुद्दा पुरे दस्तावेज के साथ श्री अरविन्द केजरीवाल 15 नवम्बर को जनता के बीच रख चुके हैं। और तो और इसी मुद्दे के साथ पूरे देश में श्री अरविन्द केजरीवाल लगातार जन सभाएं कर रहे हैं। इसी मुद्दे को श्री अरविन्द केजरीवाल ने 20 दिसम्बर की भोपाल रैली में भी उठाया था और उसके तुरन्त बाद राहुल गांधी ने भी इसे दोहराना शुरू कर दिया है।
इसी तर्ज़ पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने भी आम आदमी पार्टी म प्र द्वारा उठाए गए मुद्दे को अपनाने की कोशिश की है। कल अरुण यादव द्वारा शिवराज सिंह चौहान की 10 करोड रिश्वत की शिकायत उप लोकायुक्त से की गई है, वो उन्हीं सहारा के दस्तावेजों पर आधारित है जो आम आदमी पार्टी प्रदेश संयोजक श्री आलोक अग्रवाल द्वारा 18 नवम्बर की प्रेस वार्ता में उपलब्ध कराए गए थे। ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस के पास खुद के मुद्दे खत्म हो चुके हैं।
अरुण यादव ने सहारा रेड में मिले दस्तावेजो के तहत जो शिकायत शिवराज सिंह चौहान की उप लोकायुक्त से की है वो बहुत ही हास्यपद है. यह शिकायत सिर्फ दिखावे के लिए की गई है. यह मामला पहले ही सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ट वकील श्री प्रशांत भूषण द्वारा लगाया जा चुका है, ऐसे में कही और शिकायत से कोई फायदा नही होगा. यह सब जानते हुए भी अगर अरुण यादव शिकायत करने पहुचे है तो वो जनता के साथ धोखा कर रहे है।
भाजपा कांग्रेस दोनों भ्रष्ट, दोनों के नेताओं के नाम पर करोडों की रिश्वत:-
आम आदमी पार्टी ने सहारा रेड से जुड़े दस्तावेजो को एक बार फिर सार्वजनिक किया और बताया कि 22 नवम्बर 2014 को इनकम टैक्स विभाग को सहारा समूह के कार्यालय पर छापा मारने पर कुछ दस्तावेज प्राप्त हुए थे. इन दस्तावेजो में चौंका देने वाले तथ्य सामने आयें हैं. इन दस्तावेजों में 29 सितम्बर 2013 की एक एंट्री है जिसमे तत्कालीन “सी एम् एम् पी” को श्री नीरज वशिष्ठ के माध्यम से 5 करोड़ रु नगद दिया जाना दिखाया गया है. एक अन्य एंट्री में पुनः 1 अक्टूबर 2013 को तत्कालीन “सी एम एम् पी” को श्री नीरज वशिष्ठ के माध्यम से 5 करोड़ रु नगद दिया जाना दिखाया गया है. इस प्रकार कुल 10 करोड़ रु की नगद राशि दी गयी दिखाई गयी है. इस सन्दर्भ में निम्न तथ्य अत्यंत महत्वपूर्ण हैं:
सितम्बर, अक्टूबर 2013 में श्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य मंत्री थे।
प्राप्त दस्तावेजों में इनकम टैक्स विभाग की डिप्टी डायरेक्टर अंकिता पाण्डेय के हस्ताक्षर है, यह हस्ताक्षर सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राम जेठमलानी के आग्रह पर फोरेंसिक जाँच में सही पाये गए हैं। इसी दस्तावेज में ठीक “सी एम एम् पी” के ऊपर एक एंट्री में 23 सितम्बर 2013 के आगे ‘सी ऍम डेल्ही’ भी दर्ज है जिसके आगे 10 करोड़ रु नगद देना दर्ज है. तत्कालीन दिल्ली मुख्यमंत्री शीला दीक्षित थी।
दस्तावेज में दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद और रवि शंकर प्रसाद के भी नाम:-
इसी रेड में एक और हस्तलिखित दस्तावेज भी बरामद हुआ था जिसमे और भी देश के बड़े बड़े नेताओ के नाम पर नगद भुगतान दर्ज है. इसी दस्तावेज में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और वर्तमान केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद का भी नाम है।
28.07.2010- दिग्विजय सिंह 25 लाख
07.07.2010- सलमान खुर्शीद 10 लाख
07.08.2010- सलमान खुर्शीद 10 लाख
07.09.2010- सलमान खुर्शीद 10 लाख
07.10.2010- सलमान खुर्शीद 10 लाख
13.10. 2010- रवि शंकर प्रसाद 1.25 करोड
इस सभी तथ्यों से स्पष्ट है की भाजपा कांग्रेस दोनों भ्रष्ट है और इस मामले की पूरी जांच माननीय सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में विशेष जाँच दल (SIT) द्वारा किया जाए।
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