रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, इंदौर (मप्र), NIT:
इंदौर काजी अब्दुल माजीद खान सहाब की टीम ने इंसानियत के परचम को बुलंद किया। जब इंदौर बुलेश्वर मंदिर में पूजा करते हुए कुछ लोग बावड़ी में गिरे और चीखों पुकार की खबर आस पास फैली तो मंदिर से काजी अब्दुल माजिद फारुकी साहब के घर के करीब होने की वजह से ये खबर उन तक भी पहुंची तो उन्होंने बिना कुछ देरी किए मंदिर में दाखिल हुए और इंसानों को बचाने में सरगर्म हो गए। हालांकि तब तक 13 लोगों की मौत बताई जा रही है लेकीन 25 से अधिक लोगों को बचाया भी गया है।
इस खिदमत में वह रोजे की हालत में सुबह से लेकर इफ्तार भी जाए हादसे पर उनके साथी ने खजूर खिलाकर कराया। यही वो मौके होते हैं जब आप इंसानियत के सबक लोगों तक पहुंचा सकते हैं और यही वो तालीम होती है जो आपके दीनी किरदार को पेश करती है कि केसे नाजुक हालात में भी गंगा जमुनी तहजीब को आम कर सकते है। काजी अब्दुल माजीद फारूक़ी साहब ने इंसानियत और मानवता की मिसाल पेश की है। अल्लाह माजिद फारूक़ी साहब को इसका बेहतर से बेहतर सिला अता फरमाए आमीन… सुम्मा आमीन।
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