सद्दाम हुसैन, मोहनलालगंज/लखनऊ (यूपी), NIT:
लखनऊ जिला के मोहनलालगंज में बुधवार के दिन विकासखंड मोहनलालगंज के ग्राम पंचायत डाडा सिकंदरपुर, गदियाना में स्थित गोवंश आश्रय केंद्र का मोहनलालगंज उपजिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय गोवंश आश्रय केंद्र में साफ सफाई की स्थित बहुत खराब पाई गई व गौवंशों को चारा भूसा भी सही ढंग से आवश्यकतानुसार नहीं दिया जा रहा है। वहीं निरीक्षण के दौरान मौके पर तीन गौवंश काफी गंभीर व बीमार हालात में पाए गए। मोहनलालगंज उपजिलाधिकारी को गौ आश्रय कर्मियों द्वारा यह बताया गया कि पशु चिकित्सा अधिकारी विगत तीन दिनों से गौशाला में नहीं आए। जिसके बाद उपजिलाधिकारी द्वारा खंड विकास अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारी सहित ग्राम प्रधान तक को लापरवाही बरतने के लिए जमकर फटकार लगाई। जिसके बाद पशु चिकित्सा अधिकारी व ग्राम प्रधान की ओर से उनके प्रतिनिधि पति राम कुमार तत्काल मौके पर उपस्थित हुए एवं गम्भीर रूप से बीमार गौवंशो का इलाज तत्काल समुचित तरीके से प्रारंभ किया गया। बता दें कि गौशालाओं में लगातार पशु चिकित्सकों व प्रधानों की लापरवाही से पशुओं का समय से इलाज नहीं हो पाने के कारण मौत हो जा रही हैं। ऐसे में लापरवाह पशु चिकित्सक व ग्राम प्रधान पल्ला झाड़ने का काम बखूबी करते रहते हैं एवं औचक निरीक्षण के समय अधिकारियों को गुमराह करने का काम भी करते रहते हैं। इसके बाद पशु चिकित्सक ने बताया कि स्टाफ की व्यस्तता के चलते तीन दिनों से नहीं आ पाया, ऐसी गलती अब भविष्य में नहीं होगी। उपजिलाधिकारी हनुमान प्रसाद द्वारा सख़्त हिदायत देते हुए कहा कि अगर अब इस तरह की लापरवाही पाई गई तो कानूनी कार्यवाही की जा सकती है जिसके आप स्वयं जिम्मेदार रहेंगे। वहीं मौजूद ग्राम प्रधान को भी लापरवाही बरतने पर सख़्त रुख अपनाते हुए जमकर फटकार लगाई व गौशाला में साफ़ सफाई, करवाने के साथ चारा, भूसा पूर्ण मात्रा में देने के लिए कड़ाई से निर्देशित किया गया व लापरवाही मिलने पर कानूनी कार्यवाही बात कही। इसके बाद पशु चिकित्सक व ग्राम प्रधान ने उपजिलाधिकारी से कहा कि सर भविष्य में किसी प्रकार की कोई शिकायत का मौका आपको नही मिलेगा यहां के गोवंश के ईलाज व चारा भूंसा साफ सफाई में अगर आज के बाद लापरवाही मिले तो कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं। बता दें कि इस गौशाला में 279 गोवंश का होने की जानकारी दी गई व छः गौपालक की नियुक्त बताई गई। गोपालक के बारे में उपजिलाधिकारी द्वारा ग्राम प्रधान को निर्देश दिया गया कि यह लोग यदि लापरवाही कर रहे हैं तो इनकी जगह पर दूसरे गौपालक रखे जाएं। भूसा भंडार में भूसा पर्याप्त मात्रा में पाया गया इसके अलावा पानी पीने की व्यवस्था ठीक पाई गई। खंड विकास अधिकारी द्वारा अपने को किसी मीटिंग में व्यस्त होने की जानकारी उपजिलाधिकारी को दी गई, इसके बाद उन्हें भी उपजिलाधिकारी द्वारा सख़्ती से निर्देशित किया गया कि वह स्वयं गौशाला का निरीक्षण करें। इस गौ आश्रय स्थल केंद्र में भविष्य में अव्यवस्था न पाई जाय अन्यथा लापरवाही बरतने के लिए कानूनी कार्यवाही करनी पड़ जाएगी।
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