रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
झाबुआ जिले के मेघनगर में गुजरात के पालनपुर तबलीगी जमात के युवा 15 दिन पहले मस्जिद में ठहरे थे। गुजरात से तबलीग जमात के 9 युवक बड़वानी घूमने आए थे, बड़वानी जिले के लोहारा नर्मदा तट पर 10 बजे चार युवकों की डूबने से मौत हो गई। यह चारों युवक नर्मदा के दूसरे तट धार जिले के मलनगांव से नाव से लोहारा घूमने पहुंचे थे। यहां पर नर्मदा किनारे एक युवक का पैर फिसलने से वह गहरे पानी में चला गया। उसे बचाने के लिए एक-एक करके पानी में उतरे अन्य तीन युवक भी डूब गए जिससे चारों युवकों की मौत हो गई। छह घंटे की मशक्कत के बाद एसडीआरएफ के गोताखोरों ने शव बाहर निकाले।
जिला कार्यकारी सदर अब्दुल सत्तार मंसूरी व सैय्यद अखलाख अली ने बताया कि 9 लोगों का दल गुजरात के पालनपुर से धार जिले के मिर्जापुर मदरसे में तबलीगी जमात के लिए आया था।
वह 15 दिनों से यहां पर ठहरे थे। बुधवार सुबह सभी लोग घूमने के लिए निकले। वह नर्मदा नदी के दूसरे किनारे से नाव से लोहारा नर्मदा तट पहुंचे। जहां पर जुबैर पिता जाहिर निवासी मिर्जापुर (20) का पैर फिसल गया। वह गहरे पानी में चला गया। उसे डूबता देख मोहम्मद पिता किफायतुल्ला (25), असरार पिता इशहाक (20) व जुनैद उजेफा (21) सभी निवासी पालनपुर गुजरात बचाने के लिए पानी में उतरे लेकिन वह भी गहरा पानी होने के कारण डूब गए। शोर मचाने पर लोग मदद के लिए पहुंचे लेकिन तब तक सभी डूब चुके थे। सूचना के बाद अंजड़ टी आई बलदेवसिंह मुजाल्दा पहुंचे। कुछ देर बाद एसपी दीपक शुक्ला, डीएसपी कुंदन मंडलोई भी मौके पर पहुंचे। घटना के बाद बड़ी संख्या में समाज के लोग मौके पर पहुंचे।
उनके परिजनों को फोन कर सूचना दी गई।
धार जिला प्रशासन, बड़वानी जिला प्रशासन मौके पर मौजूद मृतकों के परिवार को नियमानुसार शासन द्वारा दी जाएगी आर्थिक सहायता ।
आवास ग्रुप बड़वानी के इदरिस खान, सादिक चंदेरी धार जिले के वरिष्ट पत्रकार सय्यद अखलाक अली ने शासन प्रशासन के साथ चर्चा कर रेस्क्यू टीम लगाकर चारों शव निकाले नर्मदा किनारे कीचड़ व मटमैला पानी होने के कारण शव दिखाई नहीं दे रहे थे। शव की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ के जवान मशक्कत करते रहे। सबसे पहले जुनैद का शव मिला। शाम करीब 4 बजे मोहम्मद का शव मिला। सभी शवों का अंजड़ में पोस्टमॉर्टम कर शव परिजन को सौंपा गया। चारों युवकों को मिर्जापुर में ही दफन किया गया।
ग्रामीणों ने वहां नहाने से मना किया था फिर भी पहुंचे
सभी लोहारा घाट के पास से आगे जा रहे थे। वहां मौजूद ग्रामीणों ने कीचड़ होने की बात कर वहां नहाने जाने से मना किया था, लेकिन यह कहकर सभी युवक आगे चले गए कि वे नहाने नहीं जा रहे हैं। इसके बाद यहां पर हादसा हो गया। (जैसा लोहारा गांव के विकास वगीले व निखिल सोलंकी ने बताया)
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