ब्रह्माकुमारीज परिसर में निःशुल्क जांच शिविर का किया गया आयोजन, मिश्रा हॉस्पिटल ग्वालियर से पधारे हुए डॉक्टरों ने लगभग 1 सैकड़ा से अधिक लोगों की निःशुल्क जांच की | New India Times

गुलशन परूथी, ग्वालियर (मप्र), ‌NIT:

ब्रह्माकुमारीज परिसर में निःशुल्क जांच शिविर का किया गया आयोजन, मिश्रा हॉस्पिटल ग्वालियर से पधारे हुए डॉक्टरों ने लगभग 1 सैकड़ा से अधिक लोगों की निःशुल्क जांच की | New India Times

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय गोल्डन वर्ल्ड रिट्रीट सेंटर के परिसर में, प्रशासक सम्मेलन आयोजित किया गया। आज के सम्मेलन में, ब्रह्माकुमारीज़ ज़ोनल डायरेक्टर आदरणीय राजयोगिनी अवधेश बहन जी का सम्मान समारोह व प्रशासक सम्मेलन व वरदानी दिवस ऐसे तीन अलग-अलग कार्यक्रम को सम्मिलित रूप से आयोजित किया गया।
प्रशासक सम्मेलन में ब्रह्माकुमारीज़ के प्रशासक विंग (आर.ई.आर.एफ.) के राष्ट्रीय सयोंजक आदरणीय अवधेश बहन जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि रावण प्रखाण्ड़ ज्ञानी था, विद्वान था, उसके पास सारे अश्त्र -शस्त्र सब कुछ थे लेकिन बहुत अभिमानी भी था । अभियान की बजह से ही उसने सब कुछ खो दिया था।

ब्रह्माकुमारीज परिसर में निःशुल्क जांच शिविर का किया गया आयोजन, मिश्रा हॉस्पिटल ग्वालियर से पधारे हुए डॉक्टरों ने लगभग 1 सैकड़ा से अधिक लोगों की निःशुल्क जांच की | New India Times

आज वर्तमान समय में एक कुशल प्रशासक वही बन सकता है जिसने अपने जीवन में निरहंकारिता को अपनाया हो, जिसके पास परोपकारी प्रवृत्ति हो, स्नेह-प्यार हो, दया करूणा हो वही एक अच्छा प्रशासक बन सकता है। हमारे घर को सुचारू रूप से चलाने वाली गृहणियों को देखकर तो अच्छे-अच्छे प्रशासक भी दंग रह जाते हैं। घर की गृहणियां धर्म-कर्म के कार्य में भी बड़े ही जोरशोर से हिस्सा लेती हैं। यही धर्म-कर्म का कार्य अर्थात पूजा-पाठ इत्यादि ही उन्हें निरअहंकारी, दया-करूणा से भरपूर कर देता। अत: हमें अपने जीवन में आत्मविश्वास परमात्मविश्वास को लाना अति आवश्यक है तब ही हम एक कुशल स्वप्रशासक व अन्य पर प्रशासन करने वाले प्रशासक बन सकते हैं। अपने जीवन में दया-करूणा व अन्य सभी दिव्य शक्तियों व गुणों को भरने के लिए ब्रह्माकुमारीज़ में सिखाए जाने वाले राजयोग मेडिटेशन को अपनाना एक कारगर उपाय है, जिसके द्वारा हम एक कुशल प्रशासक बन सकते है।

एम.जी.इण्ड़स्ट्री से आए जी.एम. अनिल जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम बैंक बेलेंस रखते है ऐसे ही हमने अपने जीवन में कितने दया-करूणा का बैलेंस बनाया इसको कभी चेक किया है और वह बैंक है कहां पर यह कभी सोचा है।यदि आप लोगों को उस बैंक का पता नहीं मालूम है तो आज यह जान लें कि हम अभी उस बैंक में ही बैठे हुए हैं अर्थात ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व-विद्यालय।

इस कार्यक्रम में ड़ा. राजीव सिंह (आयूष विभाग), प्रिंसिपल वाणी भारती स्कूल, (मालनपुर), यदुवंश जी (रिटायर्ड कमाण्डेण्ट बी.एस.एफ), डॉ.प्रवीण शर्मा, डॉ.अमन, डॉ.नूर, मिश्रा हास्पिटल से उपस्थित हुए।
साथ ही ब्रह्माकुमारीज़ से वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी सुधा बहन ब्रह्माकुमारी आदर्श बहन, बीके ज्योति बहन, बीके रेखा बहन, बीके शशि बहन, बीके सीता बहन सहित अनेकानेकानेक भाई एवं बहनें उपस्थित थे।

ब्रह्माकुमारीज परिसर में, निशुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें मिश्रा हॉस्पिटल, ग्वालियर से पधारे हुए डॉक्टरों ने लगभग 1 सैकड़ा से अधिक लोगों की निशुल्क जांच की।

कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं आभार बी.के. ज्योति बहन ने किया।


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By nit

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