मुबारक अली, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर (यूपी), NIT:
थाना कांट के ग्राम मीरवैश्यपुर के रहने वाले नन्हें सिंह के 7 वर्ष के पुत्र उत्तम सिंह का शव 19 फरवरी को उन्हीं के खेत में मिला था। नन्हे सिंह परिवार के साथ जलालाबाद अपने रिश्तेदार में किसी की मृत्यु होने पर गए थे, परिजन जब लौटकर आए तो उत्तम सिंह घर पर नहीं मिला, गांव वालों ने व परिजनों ने उत्तम को काफी तलाश किया परंतु उत्तम कहीं नहीं मिला। उत्तम के पिता नन्हे सिंह ने थाना कांट पर उत्तम के गायब होने की सूचना दर्ज कराई। 19 फरवरी को बच्चे का शव नन्हे सिंह के खेत में मिला, शक की स्थिति को देखकर अनुमान लगाया जा रहा था कि जैसे तंत्र विद्या के लिए बच्चे की हत्या की गई है।
मासूम उत्तम सिंह की हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए प्रशांत एवं पंकज को गिरफ्तार कर तमंचा, कारतूस तथा आला कत्ल नुकीला सरिया, कपड़ों की जली हुई रख, एक टाट का बोरा बरामद किया।
प्रशांत ने पूछताछ में बताया कि गांव की एक लड़की से 3 साल पहले दोस्ती की थी जिससे मेरा मिलना जुलना था। मैंने उसे एक मोबाइल भी खरीद कर दिया था, विवाद होने के बाद मैंने उसे अपना फोन वापस लिया तो मुझसे झगड़ा करने लगी, वह अपने मामा के पास रहती है, मेरे गांव में उसके मामा लोगों ने मेरी शिकायत की थी और पैसा लेकर सुलह समझौता किया था। प्रसाद ने बताया कि लड़की ने बलात्कार में फंसाने की धमकी दी थी जिससे मैं डर गया था और अपने चचेरे भाई पंकज के साथ मिलकर उस लड़की और उसके मामा लोगों को जेल भेजने की योजना बनाई। 18 फरवरी को मृतक के पिता, चाचा व परिवार के अन्य लोग जलालाबाद में रिश्तेदारी में मिट्टी में गए थे, प्रशांत और पंकज ने चाचा के 7 वर्षीय लड़के उत्तम को बुलाया पैसे देकर गुटका मंगाया और उसको भी कुरकुरे भुजिया खाने के लिए कहा, गांव से लगभग 1 किलोमीटर दूर नाले के किनारे सुनसान जगह पर आने को कहा, उत्तम को राज गुटका नहीं मिला तो उसने पैसे लौटा दिए प्रशांत और पंकज ने शाम तक उलझाए रखा जैसे ही अंधेरा हुआ वैसे ही दोनों लोगों ने नाले में ले गए और टाट के बोरे के ऊपर पटक कर नुकीली सरिया से उसकी गर्दन पेट तथा गुप्तांग पर वार कर हत्या कर दी। जब अंधेरा हुआ तो बोरे में लपेटकर अंधेरे में उसकी लाश को ले जाकर गेहूं के खेत में डाल दिया, किसी को शक ना हो इसलिए दोनों लोगों ने उत्तम को तलाशने में गांव वालों के साथ रहे। प्रशांत के पास कोई फोन नहीं आया था फिर भी उसने अगले दिन अपने चाचा को झूठ बोलकर यह कहा की उसके फोन पर दो नंबरों से कॉल आई है और फोन करने वाला यह कह रहा है कि उत्तम को उसकी प्रेमिका लड़की के मामा लोग ले गए हैं और खुद लगातार अपने चाचा और चाची को गुमराह करने में लगे रहे।
प्रशांत के विरोधी को बच्चे नहीं हो रहे थे तथा हाल ही में एक लड़का एक लड़की हुए जो कि अस्पताल में भर्ती हैं, प्रशांत यही साबित करना चाहता था कि इसके विरोधी ने तंत्र क्रिया के लिए बच्चे को मार डाला है और उसके दांत तोड़े हैं तथा शरीर व गुप्तांग पर गहरे घाव दिए हैं।
एस. आनन्द पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 7 वर्षीय बच्चे की हत्या का सफल अनावरण करते हुए प्रशांत व पंकज को गिरफ्तार किया गया है। अपने विरोधियों से बदला लेने के लिए अपने चाचा नन्हे सिंह के पुत्र उत्तम सिंह की हत्या की और हत्या का रूप तंत्र विद्या का दिया गया जिससे कि विरोधियों को फंसाया जा सके लेकिन पुलिस की सक्रियता अथक प्रयास से घटना का सही खुलासा किया जा सका। घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को एसपी की ओर से ₹25000 का नगद पुरस्कार घोषित किया गया है।
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