पीयूष मिश्रा, सिवनी ( मप्र ), NIT; सिवनी अशासकीय शैक्षणिक संगठन के प्रदेश व्यापी बंद के आव्हान पर 31 जुलाई दिन सोमवार को सिवनी जिले के भी सभी अशासकीय स्कूल पूरी तरह बंद रहे। प्रदेश शासन की विभिन्न विरोधाभासी नीतियों के चलते जिले की समस्त अशासकीय शैक्षिक संस्थाओं के द्वारा 1 दिन का बंद का आव्हान किया था। शासन के नीतियों के विरुद्ध शैक्षणिक संस्थानों के सदस्यों ने सिवनी जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया गया था। वही एक विशाल रैली भी अशासकीय स्कूलों के द्वारा निकालकर 9 सूत्री ज्ञापन भी जिला कलेक्टर के माध्यम से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री मध्यप्रदेश के राज्यपाल प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित स्कूल शिक्षा मंत्री के नाम सौंपा गया।
रैली निकाल 9 सूत्री मांगो का सौंपा ज्ञापन
सिवनी जिले में अशासकीय शैक्षणिक संगठन के द्वारा कचहरी चौक पर धरना प्रदर्शन कर एक विशाल रैली निकालकर जिला कलेक्टर के माध्यम से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री मध्यप्रदेश के राज्यपाल प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित स्कूल शिक्षा मंत्री के नाम 9 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा गया। ज्ञापन में जिन 9 सूत्री मांगों का उल्लेख है उसमें निजी शिक्षण संस्थाओं के संचालन हेतु एक एकड़ भूमि की अनिवार्यता समाप्त करने, संस्था में 3 वर्ष से अधिक कार्यरत शिक्षकों को डीएड बीएड के समतुल्य समझने, ऐसी संस्थाएं जिनकी मान्यता समाप्त की गई है या होल्ड पर रखी गई है छात्र हित को दृष्टिगत रखते हुए उन संस्थाओं की कमियों को दूर करने हेतु उचित समय दिए जाने, हाईस्कूल हायर सेकेंडरी स्कूल तक संचालित ऐसी संस्थाएं जिनकी मान्यता दिया जाना संभव नहीं है उन से लिए जाने वाला मान्यता पंजीयन पोर्टल शुल्क उन्हें लौटाने, हाई एवं हायर सेकेंडरी की मान्यता एवं संबद्धता शुल्क एक सा किए जाने, शिक्षा सेवा कार्य में सम्मिलित है अतः इसे व्यवसायिक करों से मुक्त रखने, आरटीई के अंतर्गत निःशुल्क छात्रों के प्रवेश हेतु शासन द्वारा समुचित प्रचार-प्रसार की व्यवस्था किए जाने, बंद हो चुकी संस्थाओं के आरटीई अंतर्गत प्रवेशित विद्यार्थियों को अन्य नजदीकी संस्थाओं में इसी योजना के तहत उनका प्रवेश सुनिश्चित करने और आरटीई के तहत प्रवेशित छात्रों के पूर्व लंबित भुगतान व चालू सत्र के भुगतान निश्चित समय अवधि में कराए जाने का उल्लेख करते हुए इन सभी समस्याओं के यथा शीघ्र निराकरण की मांग ज्ञापन में की गई है।
31 जुलाई दिन सोमवार को शासकीय शैक्षणिक संगठन के बंद को सफल बनाने में जिले के सभी विकास खंडों के संस्थाओं के संचालकों, उनकी कार्यकारिणी के सदस्यों और इन संस्थाओं में कार्य संस्था प्रमुखों और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके चलते पूरे सिवनी जिले के आठ विकासखंड में सभी अशासकीय स्कूल पूरी तरह बंद रहे।
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