नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
रविवार को समूचे महाराष्ट्र राज्य में स्वराज्य के संस्थापक छत्रपति श्री शिवाजी महाराज की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। जलगांव समेत जिले के तमाम तहसीलों और गांव कस्बों में शिवप्रेमियों ने शिवाजी महाराज का अभिवादन करते हुए व्यापक स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। जामनेर के निगम तिराहे पर किले की प्रतिकृति बनाकर निर्मित मंच पर सर्वदलीय नेताओं ने शिव जन्मोत्सव में शिरकत की। मंत्री गिरीश महाजन, सांसद रक्षा खड़से, कांग्रेस से एस टी पाटील, NCP से विलास राजपूत और कई सामाजिक संगठनों के मान्यवर मौजूद रहे। इसी दौरान शिवभक्तों द्वारा भगवे रंगों के झंडों के साथ व्यवस्थित मोटरसाइकिल रैली का संचालन किया गया।
सालभर के बाद नाम विस्तार
राज्य के हर शहर मे श्री शिवाजी महाराज के नाम से एक निवासी इलाका है ठीक उसी तरह जामनेर के जलगांव सड़क पर 1985 में राजे छत्रपति शिवाजी नगर नाम से रचे बसे एक रिहायशी इलाके का नगर परिषद की ओर से “राजे छत्रपति शिवाजी महाराज नगर” नाम से नाम विस्तार कराया गया है। निगम के सदन में 28 नवंबर 2022 को आयोजित जनरल बैठक में आम सहमति से पारित प्रस्ताव नंबर 61(1) नुसार नामविस्तार कराया गया था। इस प्रस्ताव को जनता के बीच सार्वजनिक करने के लिए नगर परिषद प्रशासन को पूरा एक साल का समय लग गया। उम्मीद तो यह थी कि आज शिवजयंती के मौके पर निगम की ओर से मंत्री जी के करकमलों द्वारा “राजे छत्रपति शिवाजी महाराज नगर” नामक भव्य दिव्य स्वागत कमान का अनावरण किया जाता।
मंत्री जी की संस्था में प्रतीक्षारत है छत्रपति का पुतला
मंत्री महाजन द्वारा संचालित पंडित दीनदयाल उपाध्याय शिक्षा प्रसारक मंडल परिवार प्रांगण के भीतर छत्रपति शिवाजी महाराज के अश्वारूढ़ पुतले का निर्माण आज भी लंबित है। तत्कालीन देवेंद्र फडणवीस सरकार में जलशक्ति मंत्री रहे गिरीश महाजन ने 2015 में अपनी शिक्षा संस्था मे श्री शिवाजी महाराज के पुतले के निर्माण के लिए कोकण और मुंबई से दो महानतम वास्तुविदों को आमंत्रित किया था, तब लोकेशन, सर्वे, डिजाइन इत्यादि को लेकर अखबारों के माध्यम से जनता के बीच भाजपा की ओर से नेताजी की बहुजनवादी छवि को पेश किया गया था। आज पूरे आठ साल बीत चुके हैं मंत्री जी की मिल्कियत वाली उक्त शिक्षा संस्था प्रांगण में शिवाजी महाराज के अश्वारूढ़ प्रतिमा के निर्माण को लेकर कोई प्रयास नहीं किया गया है। वैसे आशा करते हैं कि दूसरी बार मंत्री बने महाजन इस विषय को भूले नहीं होंगे, देर से सही यह प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा।
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