अबरार अहमद खान/मुकीज़ खान, भोपाल (मप्र), NIT:
यूपीआई ट्रांजैक्शन की संख्या बढ़ने के साथ साथ बैंकिंग फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जो यूपीआई के माध्यम से लोगो के साथ धोखाधड़ी की गई है। इसी को देखते हुऐ भोपाल सायबर क्राइम ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से सावधान रहने की अपील की है।सायबर क्राइम ने अपने एडवाइजरी में कहा है कि
किसी भी प्रकार के UPI भुगतान में एडवांस पेमेंट लेने के नाम पर 1 रूपए / 2 रुपये का फर्जी पेमेंट रिसीव पे आप्शन के माध्यम से न करें। हमेशा याद रखें पैसा ट्रान्सफर करते समय यूपीआई पिन का उपयोग किया जाता है न की पैसा प्राप्त करने के लिए। यूपीआई के जरिए पैसे प्राप्त करने के लालच में यूपीआई पिन न बतायें। किसी को UPI द्वारा भुगतान करने से पहले उसका नाम व पहचान वेरीफाई करें। किसी अजनबी के सामने अपना यूपीआई पिन न डालें और न बतायें। क्यूआर कोड के माध्यम से पेमेंट रिसीव करते वक्त किसी भी प्रकार की जानकारी या भुगतान (Pay) न करें। स्वयं को आर्मी अधिकारी बताकर कोई आर्डर बुक करने पर एडवांस पेमेंट का लालच देकर आर्मी में पेमेंट का अलग तरीका बताकर लोगों से UPI के माध्यम से राशी को Pay आप्शन से फ्रॉड किये जाने से बचें।
साइबर क्राइम भोपाल ने कहा है कि ऐसा देखने में आ रहा है कि जालसाजों द्वारा आजकल लोगों को कई प्रकार से ठगी का शिकार बनाया जा रहा है, जालसाजों द्वारा आजकल लोगों को SMS के जरिये अनधिकृत भुगतान लिंक भेजी जाती है जो की नकली बैंक URL असली URL की तरह दिखाई देता है। यदि आप जल्दबाजी में उस लिंक पर क्लिक करते हैं तो यह आपको आपके फोन पर मौजूद UPI भुगतान ऐप पर जाने के लिए कहेगा और आपको ऑटो – डेबिट के लिए किसी भी ऐप का चयन करने के लिए कहेगा। एक बार आप अनुमति देते हैं तो राशि तुरंत UPI ऐप से डेबिट हो जाएगी। इस प्रकार जालसाजों द्वारा UPI का उपयोग करके अलग – अलग मोबाईल नंबरों को दर्शाकर लोगों को ठगी का शिकार बना लिया जाता है।
साइबर क्राइम भोपाल ने कहा है कि मोबाइल फ़िशिंग से सावधान रहें। हमेशा बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से वैध यूपीआई एप्लिकेशन डाउनलोड करें और ऐप स्टोर से इसे डाउनलोड करने से पहले सतर्क रहें। अपने फोन के साथ – साथ अपने यूपीआई एप्लिकेशन के लिए भी मजबूत पासवर्ड रखें। MPIN को किसी के साथ साझा न करें (यहां तक कि बैंक के साथ भी नहीं) और आपके बैंक से आने का दावा करने वाले अज्ञात कॉलर्स के बारे में संदेह करें, हो सके तो बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें। कमजोरियों से सुरक्षित रहने के लिए जितनी बार संभव हो अपने Mobile , OS और एप्लिकेशन को अपडेट करें। उपयोगकर्ताओं को फोन पर एन्क्रिप्शन, रिमोट वाइप क्षमताओं और एंटी – वायरस सॉफ्टवेयर को सक्षम करने की सलाह दी जाती है दुरुपयोग से बचने के लिए अपने सिम कार्ड को पिन से बंद रखें, मोबाइल डिवाइस के खोने या चोरी होने की स्थिति में आप सिम कार्ड की सदस्यता को ब्लॉक करने के लिए अपने ग्राहक से संपर्क कर सकते हैं। फोन को असुरक्षित वायरलेस नेटवर्क से कनेक्ट करने से बचें , जिसे एक्सेस करने के लिए पासवर्ड की जरूरत नहीं है। सायबर क्राइम संबंधित घटना घटित होने की सूचना भोपाल सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर दें।
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