अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ एनएसयूआई मेडिकल विंग के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर इस्तीफे की मांग करते हुए मंत्री सारंग का पुतला दहन लिया। इस मैके पर एनएसयूआई मेडिकल विंग के पूर्व प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में मेडिकल विश्वविद्यालय नर्सिंग काउंसिल एवं पैरामेडिकल काउंसिल द्वारा फर्जी मेडिकल और फर्जी नर्सिंग को मान्यता थोक में बांटी जा रही है। यही नहीं मेडिकल विश्वविद्यालय और नर्सिंग काउंसिल में फर्जी और अयोग्य अधिकारियों को बैठा कर परीक्षाओं में घोटाले करवा रहे हैं जिसकी वजह से मध्यप्रदेश के लाखों मेडिकल छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है।
रवि परमार ने कहा कि विश्वास सारंग हर रोज देश दुनिया की राजनीति की बात करते हैं लेकिन उनका उनके विभाग पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है और ना ही उनको चिकित्सा शिक्षा विभाग का पूर्ण ज्ञान है जिसकी सजा मध्यप्रदेश के हजारों कर्मचारी और लाखों छात्र छात्राएं भुगत रहे हैं मेडिकल कॉलेजों में कर्मचारियों पर तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है।
परमार ने बताया कि मेडिकल विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं की परीक्षाएं पिछले तीन सालों से नहीं हुई हैं और ना ही विश्वविद्यालय द्वारा समय पर परीक्षा परिणाम घोषित किए जाते हैं मेडिकल विश्वविद्यालय द्वारा पिछले महीने लाखों रूपए का लेनदेन कर सैकड़ों फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को 2020-21 सत्र की मान्यता दी गई जिससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश में विश्वास सारंग बड़ा घोटाला कर रहे हैं। रवि परमार का कहना है कि पुराने मामलों को अब तक नहीं सुलझाया गया है, जिससे मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों के फर्जीवाड़े से करीब 15 हजार छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार सुनीता शिजु को सस्पेंड कर दिया गया था इसके साथ ही 93 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई थी लेकिन उसके बाद 80 नर्सिंग कॉलेजों मान्यता एक महीने के अंदर ही बहाल कर दी गई।
रवि परमार ने कहा कि मेडिकल कालेजों में नर्सिंग आफिसर और कर्मचारियों के स्थानांतरण और आपसी सहमति से अदला बदली का नियम है उसमें तत्काल बदलाव कर सामान्य प्रशासन के जो नियम है वो लागू किए जाएं
नियम 10 अ का संशोधन किया जाए नवीन नियुक्ति में वरिष्ठता का ध्यान रखा जाए प्रतिनियुक्ति कम से कम 15 साल के लिए मान्य की जाए।
एनएसयूआई ने विश्वास सारंग के इस्तीफे की मांग करते हुए हुए कहा कि अगर जल्दी विश्वास सारंग इस्तीफा नहीं देंगे तो एनएसयूआई पूरे प्रदेश में उग्र प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे ।
इस मौके पर राजवीर सिंह लक्की चौबे ईश्वर चौहान मोहित पटेल विराज यादव जितेंद्र विश्वकर्मा पर्व ठाकुर डॉ राम बाबू नागर डॉ रूपेश विश्वकर्मा डॉ अनिल यादव डॉ हिमांशु शिवा दांगी जिशान खान राज जयसवाल यामिर खान डॉ दिनेश दांगी और सभी कार्यकर्ता और छात्र छात्राएं मौजूद थे।
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