संदीप शुक्ला, ग्वालियर ( मप्र ), NIT; आज शाम कम्पू, गुड़ा स्थित साई बाबा के मंदिर में चल रही असहाय व जरूरत मंद बच्चों की निःशुल्क पाठशाला में थाना प्रभारी माधौगंज आदरणीय श्री विनय कुमार शर्मा जी के द्वारा 70 से अधिक बच्चों में पाठ्य पुस्तक सामाग्री का वितरण किया गया।
परहित सरिस धर्म नहीं भाई की यह पंक्ति गोस्वामी तुलसी दास कृत श्री रामचरितमानस से ली गयी है। इसमें भगवान श्री राम भरत की विनती पर साधु और असाधु का भेद बताने के बाद कहते हैं- ‘परहित सरिस धर्म नहीं भाई’ और पर पीड़ा सम नहिं अधमाई’ अर्थात दूसरों की भलाई के समान अन्य कोई श्रेष्ठ धर्म नहीं है।
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