कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; सरकारी राशन का अनाज कालाबाजारी में ले जाने के संदेह में धाड़ पुलिस ने एक वाहन को पकड़कर चालक के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। इसमें ख़ास बात यह है कि जिस वाहन में यह अनाज ले जाया जा रहा था। वह वाहन सरकार की “द्वार पहुंच” योजना का होने का भंडाफोड़ “NIT” द्वारा 20 जुलाई को प्रकाशित किए जाने के बाद इस खबर को जिलाधीश शचन्द्रकांत पुलकुंडवार ने गंभीरता से लेते हुए मामले की कड़ी जांच के आदेश जिला आपूर्ति अधिकारी बी.यु. काले को दे दिए हैं। इसी कड़ी में आज बुलढाणा शहर की एक राशन दूकान की जांच के लिए उसका रेकॉर्ड जप्त कर लिया गया है।
मामला इस प्रकार था कि धाड के थानेदार संग्राम पाटिल को गुप्त जानकारी मिली थी कि, माल वाहक टाटा 407 वाहन क्रमांक एम एच- 02 एक्स ए 6541 में सरकारी राशन के चावल धाड पुलिस थाना हद से गुजरने वाला है। यह जानकारी मिलने के बाद थानेदार संग्राम पाटिल सहित पुलिस कर्मी परमेश्वर राजपूत, प्रकाश दराडे, शितोले, विठठल खोंड ने 20 जुलाई की सुबह 5 बजे के कारीब ग्राम चौथा के बस स्थानक पर नाकाबंदी की तभी उक्त क्रमांक का वाहन वहां आया जिसे रोककर तलाशी लेने पर पता चला कि वाहन में राश्न के चावल है जो सरकारी बोरों से निकालकर प्लास्टीक के थैलों में भरा गया है। पुलिस ने 102 कट्टों के बारे में वाहन चालक गजानन मोहले निवासी मालविहीर से पूछताछ किया पर वे समाधानकारक उत्तर नही दे पाया तो उसपर जीवनावश्यक वस्तु कानून के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया था।
इसी बीच “NIT” के हाथ यह जानकारी लगी कि जो वाहन राशन के अनाज की तस्करी के मामले में धाड़ पुलिस ने जब्त किया है वह वाहन सरकार की द्वार पहुंच योजना का अनाज बुलढाणा तहसील की राशन दुकानों तक ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस जानकारी की सच्चाई जानने के लिए जब बुलढाणा के तहसीलदार सुरेश बगले से संपर्क किया गया तो उन्होंने अपने कार्यालय में मौजूद द्वार पहुंच योजना के वाहनों की यादी जांची जिसमें उक्त वाहन का भी नंबर मौजूद था यही खबर “NIT” ने 20 जुलाई को प्रकाशित की। इस खबर का संज्ञान लेते हुए बुलढाणा जिलाधीश चंद्रकांत पुलकुंडवार ने बुलढाणा जिला आपूर्ति अधिकारी को इस मामले की गंभीरता से जांच के आदेश दिए। जिसके तहत शनिवार को जिला आपूर्ति अधिकारी ने बुलढाणा शहर के साप्ताहिक बाजार स्थित एक राशन दुकान पर पहुँच कर उस दुकान के अनाज वितरण का रिकॉर्ड जप्त कर लिया है। फिल्हाल यह पता नहीं चल पाया कि रिकॉर्ड में कुछ गड़बड़ी मिली है या नहीं? इस संबंध में अधिक जानकारी जानने के लिए आपूर्ति अधिकारी श्री.काले से संपर्क का प्रयास किया गया किंतु कोई प्रतिसाद नही मिला।
- डीएसओ कार्यालय से भागे
आज चौथा शनिवार होने के कारण सभी सरकारी दफ्तरों को ताले लगे हुए थे किन्तु जिला आपूर्ति अधिकारी बी.यु.काले आज एक राशन दूकान का रिकॉर्ड चेक करने के लिए ऑफिस पहोंचे। प्राथमिक जांच के बाद राशन दुकानदार को भेज दिया गया। इसी समय राशन परिवहन ठेकेदार का काम देखने वाला उसी के परिवार का एक युवक भी ऑफिस में मौजूद था। पत्रकारों को जानकारी मिली कि डीएसओ और ठेकेदार के आदमी के बीच ऑफिस में कुछ “खिचड़ी” पक रही है। सच्चाई जानने के लिए पत्रकार आपूर्ति कार्यालय के लिए रवाना हुए जिसकी भनक डीएसओ को मिल गई और डीएसओ आनन-फानन में ठेकेदार की कार में बैठकर कार्यालय से भाग निकले। पत्रकारों के डर से यूँ भाग जाना कई सवाल खड़े कर रहा है।
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