गुलशन परूथी, ब्यूरो चीफ, दतिया (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश शासन के गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य विभाग के मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि कोरोना काल में शासकीय सेवक के रूप में विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों विशेषकर कोविड-वार्ड में कार्यरत नर्सेज एवं चिकित्सकों आदि ने अपनी जान की परवाह किए बिना कोविड मरीजों की सेवा कर अपने फर्ज को वखूबी निभाया जो सराहनीय है।
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र शनिवार को देर शाम मोटल होटल दतिया में जिला प्रशासन द्वारा ”कोरोना सेवा सम्मान समारोह एवं कोरोना से रथ यात्रा धन्यवाद मेरे साथी” सब कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। गृह मंत्री ने सम्मान समारोह में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मेडल पहनाकर प्रशंसा पत्र प्रदाय किए और उन्हें शुभकांमनाएं दी।
गृह मंत्री डॉ. मिश्र ने कहा कि कोविड काल में जहां मरीज के परिजन यहां तक की पति-पत्नि के पास, बेटा पिता के पास जाने से डरता था ऐसे समय में नर्सेज, चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अपनी जान की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा की। इनकी इस सेवा की जितनी सराहना की जाए कम है।
गृह मंत्री डॉ. मिश्र ने कहा कि दतिया विकास के मामले मंे सभी क्षेत्रों में तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है इसे और आगे ले जाने में शासकीय सेवकों की महती आवश्यकता है। अतः अधिकारी एवं कर्मचारी एक शासकीय सेवक के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से करते हुए दतिया के विकास में अपना योगदान दें। डॉ. मिश्र ने कहा कि शासकीय सेवक अपने सेवा काल में अपने कार्य एवं व्यवहार की ऐसी छाप छोड़े जिसे लोग वर्षो तक याद रख सके।
माँ पीताम्बरा की रथ यात्रा बनी इतिहास
गृह मंत्री ने कहा कि 4 मई को माँ पीताम्बरा जयंती के जन्मोत्सव पर निकली रथ यात्रा दतिया शहर की आबादी से चार गुना लोगों ने भाग लेकर एक इतिहास बना दिया। इसमें माँ की कृपा के साथ माँई के भक्तों एवं स्वामी जी महाराज के शिष्यों, दतिया के नागरिकों तथा शासकीय सेवकों का भरपूर सहयोग रहा। उन्होंने कहा कि जब वह पहली वार दतिया चुनाव लड़ने आए थे उस समय दयिता में लूट, खसोट, डकैती एवं गैंगवार हुआ करते थे। लेकिन आज कोई चिन्हित गैंग नही है। आम व्यक्ति अपने को सुरक्षित महसूत कर रहा है और दतिया आज शांति का टापू बन गया है।
दतिया बना शिक्षा का हब
गृह मंत्री डॉ. मिश्र ने कहा कि आज दतिया शिक्षा के क्षेत्र में हब बनने जा रहा है। दतिय के बच्चों को अब उच्च शिक्षा हेतु कोटा, दिल्ली एवं अन्य स्थानों पर जाने की आवश्यकता नहीं है। बल्कि जिले में शिक्षा का हब होने के कारण अन्य स्थान के बच्चे भी दतिया आकर अपना अध्ययन कर रहे है। इसके लिए जिले में 139 करोड़ की लागत का मेडीकल कॉलेज शुरू किया गया। 350 करोड़ की लागत का बैटनरी एवं फिसरीज कॉलेज भी शीघ्र शुरू होने वाले है। जिले में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर की स्वीकृति मिल चुकी है और निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू होगा।
नई कार्य संस्कृति का परिणाम है कि दतिया प्रदेश में एक मॉडल के रूप में देखा जा रहा है.
कलेक्टर श्री संजय कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दो वर्ष पश्चात् कोविड को परास्त कर और माँ पीताम्बरा की सफल रथ यात्रा उपरांत आज यह आयोजन किया गया है। जिसमें विभिन्न विभागों के शासकीय सेवकों को उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने हेतु इस सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड को परास्त करने एवं माँ पीताम्बरा रथ के सफल आयोजन के पीछे सशक्त नेतृत्व के रूप में क्षेत्रीय विधायक एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र के समय-समय पर मिले दिशा-निर्देशों का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि माँ पीताम्बरा के आर्शीवाद एवं गृह मंत्री की मंशा के अनुरूप जिले में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच एक नई कार्य संस्कृति विकसित हुई है जिसका परिणाम है कि दतिया को प्रदेश में एक मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।
कार्यक्रम को पुलिस अधीक्षक श्री अमन सिंह राठौर ने संबोधित करते हुए कहा कि जिले में कोरोना के प्रथम लहर के दौरान गृह मंत्री के प्रेरणा से बाहर से पैदल आने वाले लोगों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई गई। जिले की सीमा पर भोजन, पीने के पानी के साथ उन्हें पहनने के लिए चप्पल एवं जूते देकर मानव सेवा की जिले के नागरिकों, स्वयंसेवी संस्थाओं, दान-दाताओं आदि ने मिशाल पेश की।
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