पृथ्वी पर जीवन चक्र को संतुलित करने के लिए वनों के योगदान के बारे में जन जागरूकता बढ़ाएं: डीएम | New India Times

यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:

पृथ्वी पर जीवन चक्र को संतुलित करने के लिए वनों के योगदान के बारे में जन जागरूकता बढ़ाएं: डीएम | New India Times

वन विभाग एवं जवाहर नवोदय विद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में विश्व वानिकी दिवस नवनिर्मित मेडीकल कॉलेज परिसर में जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि यह दिन वनों के बाहर सभी प्रकार के वनों और पेड़ों के दं जाता है कि वे जिम्मेदार तरीके से कार्य करें और वनों को बचाने के महत्व के बारे में चेतना फैलाएं। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार जंगल वस्तुतः एक ऐसा जीवित समुदाय होता है जिसमें विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु, पेड़-पौधे, कीट-पतंगे एक-दूसरे पर निर्भर होकर अपना जीवन बिताते हैं। पिछले कुछ दशकों में जिस तरह से मनुष्य ने अपने लालच की पूर्ति के लिए जंगलों का वध करना शुरू किया है, उससे जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वॉर्मिंग, ग्लेशियर का पिघलना जैसी विकट समस्याएं शुरू हुई हैं। हमने अभी भी ध्यान नहीं दिया तो समस्त प्रकृति व जीव खतरे में पड़ जाएंगे। किसी वयस्क व्यक्ति को जिंदा रहने के लिए जितनी ऑक्सीजन की जरूरत है, वह उसे पेड़ों से ही मिल सकती है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद चेतन चौहान ने कहा कि वर्तमान समय में वायुमंडल से कार्बन डाई ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, सीएफसी जैसी जहरीली गैसों को सोखकर धरती पर रह रहे असंख्य जीवधारियों को प्राणवायु ऑक्सीजन देने वाले जंगल आज खुद अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पृथ्वी को इस घोर संकट से बचाने के लिए विश्व की जनसंख्या अगर 1-1 पेड़ लगाए तो पृथ्वी को फिर से हरा-भरा बनाया जा सकता है। हमने अपने लाभ के लिए पेड़ काट दिए, लेकिन जंगल कुदरत द्वारा दिए गए वे उपहार हैं, जो हमें जीवन के लिए जरूरी ऑक्सीजन देते हैं। जलवायु परिवर्तन जैसी तमाम समस्याओं से बचने के लिए हमें पेड़ लगाने चाहिए। नगर परिषद सभापति खुशबू सिंह ने कहा कि वृक्ष नहीं होगें तो ऑक्सीजन नहीं होगी। जीवन के शुरूआत से लेकर अन्त तक वृक्ष हमें बहुत कुछ प्रदान करते है। वृक्षों की भूमिका को ईश्वर ने भी माना है। इसलिए वृक्ष का दोहन नहीं किया जाए तथा अधिक से अधिक वृक्ष लगाए जाए। अतः हमें हर हाल में जंगलों को बचाने एवं ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने की आवश्यकता है। सिर्फ आज ही के दिन नहीं हमें प्रतिदिन पेड़-पौधों की बढ़ती आवश्यकता पर ध्यान देने और प्रकृति को हरा-भरा बनाने तथा उसके बचाव में जुट जाना चाहिए। वर्तमान समय की आवश्यकता को समझते हुए और भावी पीढ़ियों के लाभ के लिए हमें संकल्पित होकर वनों की रक्षा पर ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर राजीव तौमर एवं जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य ने भी विश्व वानिकी दिवस पर अपने विचार रखें। इस दौरान नवनिर्मित मेडीकल कॉलेज परिसर में वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम में वन कर्मियों के द्वारा किए गए सराहनीय कार्य के लिए प्रशस्ति पत्रा देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डीएफओ डीके जोशी द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया। वन विभाग के एसीएस विजय पाल सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।


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