मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
बुरहानपुर में जिला पंचायत एवं जन सहयोग परिषद द्वारा ‘‘जल शक्ति से जल जीवन‘‘ अभियान अंतर्गत बुरहानपुर विकास खण्ड का इंदिरा कॉलोनी स्थित परमानंद गोविंदजी वाला ऑडिटोरियम में ‘‘जल सम्मेलन‘‘ संपन्न हुआ। इस का शुभारंभ कलश व भारत माता के छायाचित्र पर पूजन अर्चन कर किया गया। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने अपने वीडियों संदेश के माध्यम से उद्घाटन सत्र को संबोधित किया तथा जल ‘‘कल, आज और कल‘‘ विषय पर इंदौर से पधारे जल विशेषज्ञ डॉ.सुनिल चतुर्वेदी अपने विचार रखें। सम्मेलन में ग्राम निमंदड़ के उज्जवल चौधरी और बोरसल के युवराज पाटिल ने अपने-अपने खेत में जल संरक्षण हेतु बनाए गए जल संरचनाओं के फायदे बताते हुए अनुभव साझा किए। इस अवसर पर बंभाड़ा के कलाकारों द्वारा पानी रोकने हेतु गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में कलेक्टर प्रवीणसिंह ने उपस्थिजनों को जल संरक्षण, संवर्धन एवं पुनर्भरण हेतु जल आंदोलन को जन आंदोलन बनाने की शपथ दिलाई।सम्मेलन में कलेक्टर प्रविणसिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि राजाराम पाटीदार, जिला पंचायत सीईओ रोहित सिसोनिया, जनपद पंचायत अध्यक्ष किशोर पाटिल, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज भीमसेन लधवे एवं निवृत्तमान नगर निगमाध्यक्ष मनोज तारवाला ने संबोधित किया।केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने गिरते भूजल स्तर पर चिंता व्यक्त की तथा सामुहिक सहभागिता से इसके संवर्धन हेतु कार्य करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि जल ही जीवन का आधार है, और इसके बिना जीवन की कल्पना भी संभव नहीं है। हमें यह ध्यान रखना होगा की विश्व की जनसंख्या की कुल 18 प्रतिशत आबादी एव 20 प्रतिशत से अधिक मवेशियों की आबादी हमारे हिस्से आयी है किंतु उनके उपयोग के लिए केवल 4 प्रतिशत ही पेयजल हमारे हिस्से में आया है। हमारे देश में 1200 मिमी वर्षा एक वर्ष में होती है जिसका हम सही तरीके से यदि संचय कर ले तो देश को जलसमृद्ध बनाने की दिशा में यह कारगर सिद्ध होगा।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए जल विशेषज्ञ डॉ.सुनिल चतुर्वेदी ने कहा कि जल विषय एवं जल की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज पानी का विषय सभी के लिए बन गया है। पावर पाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से पानी विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि आज से लगभग 30 वर्ष पूर्व हमारे जल स्त्रोत कुएं, बावड़ी, झिर, नदी, हैण्डपंप इत्यादि हुआ करते थे। लेकिन अब यह मात्र ट्यूबवेल पर रहा गया है। पानी के जल स्तर की चिंता करते हुए सभी नागरिकों को आगे आकर बरसात के जल संग्रहण करना होगा। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि अपने-अपने खेतों में खेत तालाब बनाकर बारिश के पानी को रोके।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि हम इस भूमि से तब तक जल निकाल सकेंगे, जब तक इसमें पानी डालते रहेंगे। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पानी परिवार ग्रामीणों को जल की महत्वता बताते हुए जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने कार्य किया है, यह प्रशंसनीय है। श्रीमती चिटनिस ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्री गजेंद्रसिंह शेखावत के उद्बोधन हेतु हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि निश्चित ही हम बुरहानपुर वासी जलसमृद्ध बुरहानपुर हेतु कृतसंकल्पित है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप जल शक्ति अभियान ‘‘कैच द रेन‘‘ को ‘‘जल शक्ति से जल जीवन‘‘ के साथ क्रियान्वयन समर्पण भाव से करेंगे।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जलशक्ति अभियान ‘‘कैच द रेन‘‘ का बुरहानपुर जिले में प्रभावी क्रियान्वयन अत्यावश्यक होता जा रहा है। बुरहानपुर जिले का भूमिगत जलस्तर तेजगति से गिरता जा रहा है। निरंतर गिरते जलस्तर को संभालना शासन, प्रशासन व समाज की जिम्मेदारी है। संपूर्ण प्रदेश में बुरहानपुर जिले का भूमिगत जल पुनर्भरण स्तर चिंताजनक रूप से सबसे कम है। प्रदेश में अधिकतम जल पुनर्भरण होशंगाबाद 2.22 बीसीएम, रायसेन 1.39 बीसीएम, सागर 1.22 बीसीएम, नरसिंहपुर 1.21 बीसीएम, छिंदवाड़ा 1.16 बीसीएम जबकि बुरहानपुर का न्यूनतम मात्र 0.27 बीसीएम है। उन्होंने कहा कि हमारे बुरहानपुर को जल समृद्ध करने के उद्देश्य से आज जलशक्ति अभियान अंतर्गत जल शक्ति से जल जीवन ‘‘जल सम्मेलन‘‘ का आयोजन किया जा रहा है। अगले तीन चार वर्षों में बुरहानपुर के भूजल स्तर को बढ़ाने की कार्ययोजना एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की ‘‘कैच द रेन‘‘ संकल्पना को जनसहयोग से साकार करने हेतु हम प्रयासरत हैं और निश्चित ही सामुहिक सहभागिता से आने वाले समय में हम जलसमृद्ध बुरहानपुर के सपने को पूरा करेंगे।
जल सम्मेलन को संबोधित करते हुए कलेक्टर प्रवीणसिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन, जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के लिए जिले में बेहतर कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि आगामी दिवसों में बारिश के पूर्व ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के लिए कार्य जारी है उन्हें पूर्ण कर लिए जाए और नवीन कार्यों के लिए अभी से ही कार्ययोजना तैयार कर ले। उन्होंने उपस्थितजनों से कहा कि हमें आने वाले कल और भविष्य की चिंता करते हुए बरसात के जल को सहेजना होगा। इसके लिए सभी की सहभागिता आवश्यक है।
सम्मेलन में वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञानेश्वर मोरे, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष अरूण पाटिल, जिला पंचायत सदस्य गुलचंद्रसिंह बर्ने, कैलाश यावतकर, योगेश महाजन, अंतरसिंह बर्डे, श्रवण राठौर, गजानन महाजन, लक्ष्मण महाजन, प्रविण शहाणे, विनोद चौधरी, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष किरण रायकवाड़, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष राजू पाटिल, ईश्वर चौहान, प्रदीप पाटिल, अरूण जाधव, भाजयुमो जिलाध्यक्ष वैभव महाजन, सुरेश सोनी, नितीन महाजन, मंडलाध्यक्ष दीपक चौहान, अमित वारूड़े, दीपक महाजन, गणेश महाजन, चिंतामन महाजन, सहित अन्य प्रतिनिधि व अधिकारी, कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।
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