अबरार अहमद खान / सरवर खान ज़रीवाला, भोपाल, NIT; आज दिनाँक 20 दिसम्बर को भोपाल के छोला मैदान में अरविन्द केजरीवाल की परिवर्तन रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं ने शिरकत करी। रैली में 30 हज़ार से ज्यादा आम जन शामिल हुए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार के द्वारा किए जा रहे 8 लाख़ करोड़ रुपए के घोटाले का जनता के बीच जाकर पर्दाफ़ाश किया। आम आदमी पार्टी की रैली में हज़ारों की संख्या में आई भीड़ को सम्बोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पूरे सुबूतों के साथ मध्य प्रदेश की जनता को यह बताया कि कैसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी देश की ईमानदार जनता को लाइनों में लगाकर अपने उद्योगपति दोस्तों का 8 लाख करोड़ रुपए का लोन माफ़ करा रहे हैं और 8 लाख करोड़ रुपए का घोटाला कर रहे हैं। “बैंकों की लाइनों में लगकर आम लोगों की मौतें हो रही हैं और मोदी जी अपने दोस्तों के लोन माफ़ किए जा रहे हैं। मोदी सरकार नोटबंदी के नाम पर आज इस देश में 8 लाख करोड़ रुपए का घोटाला कर रही है। दोस्तों अगर नोटबंदी का यह कदम भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ होता तो मोदी जी भ्रष्टाचारियों का कालाधन 50 प्रतिशत के कमीशन पर काले से सफ़ेद नहीं करते। जी हां, कुछ दिन पहले ही मोदी सरकार ने संसद में यह कानून पास कराया है कि जिन-जिन के पास कालाधन है उन्हें डरने की ज़रुरत नहीं है, मोदी जी की सरकार के साथ आधा-आधा कर लो। किसी तहसीलदार या किसी लाला ने भ्रष्टाचार करके, नशा बेचकर, चोरी करके या टैक्स चोरी करके कालाधन कमा रखा है वो मोदी जी के पास जाकर 50 प्रतिशत का कमीशन देकर उसे सफ़ेद कर ले। दोस्तों यह तो देश की जनता के साथ धोख़ा हो गया। देश की जनता को तो लाइनों में लगा दिया और बेईमान लोगों का काला पैसा सफ़ेद कर रहे हैं मोदी जी। नोटबंदी की यह स्कीम भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ नहीं बल्कि कालाधन रखने वाले लोगों का पैसा सफ़ेद करने के लिए और मोदी जी के उद्योगपति दोस्तों का लोन माफ़ कराने के लिए लाई गई है।“मोदी जी ने अपने उद्योगपति दोस्तों को भी बता दिया था कि 8 नवम्बर से 500 और 1000 के नोट बंद होने वाले हैं और फिर उनके इन दोस्तों ने भी अपना सारा काला पैसा ठिकाने लगा दिया और उसके बाद देश की ईमानदार जनता को बैंकों की लाइनों में लगा दिया और मरने के लिए सड़कों पर ला दिया।“
“इस देश के अंदर पिछले कुछ सालों में कालेधन और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ हमने खूब जमकर लड़ाई लड़ी है, और यह बात सारा देश जानता है। भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ हमने अपनी जान की बाज़ी तक लगा दी, मैं खुद डायबिटीज़ का मरीज़ होने के बावजूद दो बार अनशन पर बैठा जहां मेरी जान तक जा सकती थी। ऐसे वक्त में जब रॉबर्ट वाड्रा का नाम लेने से लोग डरते थे, तब मैंने रॉबर्ट वाड्रा के भ्रष्टचार को देश के सामने रखा था, जिन शक्तिशाली लोगों के ख़िलाफ़ इस देश में किसी की बोलने हिम्मत नहीं होती है, उन लोगों के नाम मैंने स्विस बैंक के अकाउंट नम्बर के साथ प्रेस कॉंफ्रेंस करके जनता के सामने रखे थे, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ते हुए अपनी जान की बाज़ी तक हमने लगाई है।”
“नोटबंदी का यह फ़ैसला वाकई भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ होता तो हम खुद केंद्र सरकार का साथ देते। लेकिन मोदी सरकार नोटबंदी की आड़ में आज़ाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला कर रही है और इस भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ भी लड़ने के लिए हम जान की बाज़ी लगा देंगे।”
“मोदी सरकार द्वारा किया जा रहा यह घोटाला 8 लाख करोड़ रुपए का है। इस देश में सरकारी बैंकों ने बड़े-बड़े उद्योगपतियों और बड़े बड़े घरानों को 8 लाख करोड़ रुपए का कर्ज़ दे रखा है। इस बारे में तो आरबीआई और सीएजी की भी रिपोर्ट है कि ये बड़े-बड़े अरबपति लोग बैंकों का 8 लाख करोड़ रुपए डकार गए। कुछ लोगों ने अपना पैसा विदेश भेज दिया तो कुछ ने ठिकाने लगा दिया और अब उन 8 लाख करोड़ रुपए में से कुछ नहीं बचा है जो बैंकों को वापस दिया जा सके। भारत के सारे सरकारी बैंक खाली हो गए। मोदी जी ने उन लोगों का 8 लाख करोड़ रुपए में से 1 लाख 14 हज़ार करोड़ रुपए का लोन तो माफ़ कर दिया। और जब सुप्रीम कोर्ट मोदी जी से पूछ रहा है कि ये कौन से लोग हैं जिनका कर्ज़ा माफ़ किया है तो मोदी जी सुप्रीम कोर्ट को भी नहीं बता रहे कि वो लोग कौन हैं। विजय माल्या ने बैंकों का 8 हज़ार करोड़ रुपया ब्याज़ पर उठा रखा था। एक दिन रात को मोदी जी ने चुपके से हवाई जहाज़ में बिठा कर उसे देश से बाहर भेज दिया, अब वो इंग्लैंड में बैठ कर मज़े मार रहा है और यहां भारत की जनता को बैंकों की लाइन में लगा रखा है।“
“मोदी सरकार ने ऐसे लोगों के 1 लाख 14 हज़ार करोड़ रुपए तो माफ़ कर दिए लेकिन मोदी जी के सामने यह समस्या खड़ी हो गई कि अब इन बड़े उद्योगपतियों के बाकि बचे लोन माफ़ करने के लिए पैसा कहां से आएगा। उसके बाद मोदी जी और अमित शाह ने ये सारा षडयंत्र रचा जिसके तहत 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए गए और कहा गया कि जनता अपने पैसे बैंक में डाल दे। अब बैंकों में पूरे देश भर से लोग पैसा जमा कर रहे हैं जिससे मोदी जी उन बड़े उद्योगपतियों का बचा 7 लाख करोड़ रुपए का लोन माफ़ करने वाले हैं। इसीलिए जनता से कहा जा रहा है कि वो 2 हज़ार या 4 हज़ार से ज्यादा पैसा नहीं निकाल सकती। अब जनता लाइनों में धक्के खा-खा के अपने खून-पसीने की कमाई बैंकों में जमा करा रही है और मोदी जी जनता की इस कमाई से उन बड़े लोगों का सारा लोन माफ़ कर देंगे। जिसका सबसे बड़ा सबूत यह है कि अभी कुछ दिन पहले ही स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने कुछ अरबपतियों के 7 हज़ार करोड़ रुपए माफ़ भी कर दिए हैं जिसमें विजय माल्या के 1200 करोड़ रुपए भी माफ़ किए गए हैं। भारत की जनता ने पिछले 5 दिन में लम्बी-लम्बी लाइनों में लग-लग कर जो अपनी मेहनत की कमाई बैंकों में जमा कराई थी वो मोदी सरकार ने बड़े-बड़े उद्योगपतियों को बांटनी भी शुरु कर दी। मोदी जी को अंदाज़ा है कि जनता 10 लाख करोड़ रुपए जमा कराएगी और मोदी जी उसे अपने उद्योगपति दोस्तों को बांट देंगे। जनता के साथ ये धोखा मोदी सरकार कर रही है।”
“प्रधानमंत्री मोदी की इन उद्योगपतियों के साथ आख़िर कौन सी दोस्ती है? मैं बताता हूं कि आख़िर मोदी जी की इन बड़े-बड़े लोगों के साथ कौन सी दोस्ती है। हम पहले माना करते थे कि मोदी जी बहुत ईमानदार इंसान हैं लेकिन हमारा यह भ्रम तब टूटा जब किसी ने हमें वो कागज़ भेजे जिसमें यह लिखा था कि देश के एक नामी उद्योगपति बिरला से मोदी जी ने गुजरात का सीएम रहते हुए 25 करोड़ रुपए की रिश्वत ली थी। वित्त मंत्रालय में बड़े उंचे पद पर बैठे हुए एक अफ़सर ने हमें ये कागज़ भेजे जिसमें ये सारी बातें लिखी थी और यह जानकारी इनकम टैक्स विभाग ने बिरला ग्रुप पर मारी गई अपनी रेड़ में बरामद की थी। उस कागज़ पर लिखा था कि ‘गुजरात सीएम को 25 करोड़ रुपए जाने हैं जिसमें से 12 करोड़ रुपए जा चुके हैं बाकी पैसे जाने हैं’। अभी हाल ही में कुछ अख़बारों में छपा है कि 22 नवम्बर 2014 को सहारा ग्रुप पर मारी गई इनकम टैक्स की रेड़ में करोडों रुपए का कैश मिला और वहां से कुछ कागज़ भी मिले और उन कागज़ों में लिखा था कि पिछले सालों की अलग-अलग तारीखों पर अलग-अलग राशियों में कुल 40 करोड़ 10 लाख रुपए नरेंद्र मोदी जी को भेजे गए। इन जानकारियों की और कागज़ों की जांच होनी चाहिए थी लेकिन चूंकि नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बन चुके थे और सारी ऐजेंसियां उनके हाथ में हैं तो उनके ख़िलाफ़ कोई जांच नहीं की गई।”22 नवम्बर 2014 को सहारा ग्रुप पर हुई इनकम टैक्स की रेड़ में जो कागज़ मिले थे उसमें पिछले साल की तारीख में शिवराज के नाम पर भी 2 बार 5- 5 करोड रु की राशि को देने की बात लिखी है। नरेंद्र मोदी अपने साथ साथ शिवराज को भी बचा रहे है।
सभा को प्रदेश संयोजक श्री आलोक अग्रवाल ने भी संबोधित किया और कहा कि मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल ही है जो आम आदमी के बारे में सोचता है, जिसे जनता की फ़िक्र है। एक तरफ जहाँ केजरीवाल ने बिजली के दाम आधे कर दिए है वही यहाँ मध्य प्रदेश सरकार लगातार बिजली के दाम बढ़ा रही है।
एक तरफ दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलो से बेहतर कर दिया है वही मध्य प्रदेश में सुनुयोजित तरीके से सरकारी स्कूलो को बंद किया जा रहा है।
एक तरफ जहां दिल्ली में सभी तरह की स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त हैं और बच्चों को संपूर्ण पोषण मिल रहा है, वहीं मध्य प्रदेश में सिर्फ श्योपुर जिले में 1 महीने में 116 से ज्यादा मौतें कुपोषण से हो गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि असली किसान पुत्र शिवराज नहीं अरविन्द केजरीवाल है। मध्य प्रदेश में किसानों को 25-30 रुपए का मुआवजा मिलता है और मध्य प्रदेश का किसान इस कदर परेशान है कि यहाँ 4 किसान रोजाना आत्महत्या करते हैं। वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में किसानों को 50000 हज़ार रुपये प्रति हेक्टेयर का मुआवजा मिला है।
मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी एक मजबूत विकल्प के रूप में उभर रही है और यह रैली मध्य प्रदेश के राजनीति में बड़ा बदलाव लाएगी।
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