कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; विगत 13 जुलाई की रात किनगांव राजा पुलिस ने नाकाबंदी कर एक वाहन को पकड़ा था जिसमें सरकारी राशन का चावल कालाबाज़ारी के लिए ले जाए जा रहा था। इस मामले में दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया था जिन्हें कोर्ट ने आगामी 17 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
बुलढाणा ज़िले की सिंदखेड राजा तहसील अंतर्गत ग्राम साखरखेरडा से एक वाहन में राशन के चावल कालाबाज़ारी में बेचने के लिए ले जाए जाने की गुप्त जानकारी मेहकर के एसडीपीओ रामेश्वर व्यंजने को मिलने के बाद उन्होंने उक्त वाहन का पीछा किया तथा किनगांव राजा के थानेदार सेवानंद वानखेड़े ने रात में नाकाबंदी करके इस वाहन को पकड़ लिया था। साखरखेरडा पुलिस स्टेशन में आरोपी दत्ता काशीनाथ देवकर व दीपक विष्णु गवली को हिरासत में लेकर दोनों के खिलाफ जीवनावश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किए जाने पर उन्हें आगामी 17 जुलाई तक पुलिस कस्टडी सुनाई गई है। इस मामले की जांच खुद एसडीपीओ व्यंजने कर रहे हैं। जप्त किये गए 84 चावल के कट्टे साखरखेरडा के सरकारी गोदाम में रख दिए गए हैं तथा मामले की जांच चल रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस राशन तस्करी के मामले में कुछ और लोग भी आरोपी बन सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि पर्दे के पीछे साखरखेरडा परिक्षेत्र में राशन के सरकारी अनाज की तस्करी करने वाला व्यक्ति अपने राजकीय रुसुख का इस्तेमाल कर रहा है। अब देखना यह है कि पुलिस राजकीय दबाव में आकर मुख्य राशन तस्कर को बचाती है या फिर उसे बेनकाब करती है। हालांकि की पुरे इलाके की जनता को यह पता है कि पकड़ा गया राशन का चावल किस का है। अब सभी की निगाहें पुलिस की जांच पर टिकी हुई हैं।
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