कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; बुलढाणा जिले में सरकारी राशन की कालाबाज़ारी जारी है। बुलढाणा जिले के सिंदखेड राजा तहसील के ग्राम साखरखेरडा से एक मालवाहक वाहन में राशन का चावल लाद कर कालाबाज़ारी के लिए ले जाया जा रहा था जिसे किनगांव राजा पुलिस ने नाका बंदी कर वाहन सहित 2 आरोपियों को पकड़ लिया। यह घटना 13 जुलाई की रात लगभग 9 बजे की है। बुलढाणा ज़िले में राशन की कालाबाज़ारी की अनेक घटनाएं सामने आने के बाद भी राशन तस्करों को छोड़ कर अन्य लोगों पर कार्रवाई की जा रही है, जिससे आपूर्ति विभाग पर राशन तस्करों से मिलीभगत का आरोप होना लाज़मी बात है।प्राप्त जानकारी के अनुसार साखरखेरडा के गोदाम से एक वाहन में अवैध रूप से सरकारी चावल के 84 कट्टे लादकर कालाबाज़ारी के लिए जालना ले जाए जा रहा था जिसकी गुप्त जानकारी प्रभारी एसडीपीओ रामेश्वर व्यंजने को मिली हुई थी जिसके आधार पर वह इस वाहन का पिछा कर रहे थे। एसडीपीओ व्यंजने ने किनगांव राजा के थानेदार सेवानंद वानखेड़े को नाका बंदी का आदेश दिया। तत्काल थानेदार वानखेड़े अपने दल के साथ साखरखेरडा मार्ग पर पहुंचे और नाका बंदी कर दी। कुछ ही पल में टाटा 407 वाहन क्र.एमएच-06-जी-5553 वहां पहुंची, जिसकी तलाशी लेने पर वाहन में सरकारी पोतो में चावल पाए गए। चालक से अनाज के बिल व अन्य दस्तावेज़ मांगने पर उसने पुलिस को दस्तावेज़ नहीं बताए इसलिए वाहन सहित वाहन में मौजूद 2 लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया। कुछ ही देर में एसडीपीओ व्यंजने भी वहां आ गए। वाहन की तलाशी में पता चला कि वाहन में तकरीबन 84 सरकारी थैलों में चावल है, जिन्हें जालना ले जाया जा रहा था। इसकी जानकारी सिंदखेड राजा के तहसिलदार संतोष कनसे को दिए जाने के बाद वे भी किनगांव राजा पुलिस थाने में पहुंच गए, जहां पर पुलिस व राजस्व अधिकारियों के सामने वाहन का पंचनामा किया गया। सरकारी राशन का चावल कालाबाज़ारी के लिए ले जानेवाले वाहन का पिछा साखरखेरडा से किया जा रहा था इस लिए सभी अधिकारी साखरखेरडा पुलिस स्टेशन में पहुंचे जहां पर सिंदखेड राजा तहसिल कार्यालय के आपूर्ति निरीक्षक सुनील सदाशिव धोंडरकर की शिकायत पर आरोपी दत्ता काशीनाथ देवकर (वाहन चालक) व दिपक विष्णु गवली (दोनों साखरखेरडा निवासी) के खिलाफ जिनावश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3,7 के तहत अपराध दर्ज कर हिरासत में ले लिया गया। आरोपियों के पास से 84 हज़ार रुपए का सरकारी चावल, 2 लाख का वाहन व 1 हज़ार का मोबाइल इस प्रकार कुल 2 लाख 85 हज़ार रुपए का माल जप्त किया गया है।
द्वार पहुंच योजना का है अनाज?
सरकार ने राशन का अनाज देहातों की राशन की दुकानों तक पहुंचाने के लिए “द्वार पहुंच योजना” आरंभ की है। इस योजना का काम “श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी” को सौंपा गया है। इस कंपनी ने हर तहसिल में एक – एक व्यक्ति को इस योजना के अनाज को पहुंचाने की ज़िम्मेदारी दे रखी है, किन्तु पिछली कुछ घटनाओं में ये बात सामने आई है कि श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कामकाम संभाल रहे लोग ही सरकारी अनाज की कालाबाज़ारी कर रहे हैं। जिसका उदाहरण शेगांव और नांदुरा है। इन दोनों स्थानों पर पुलिस में मामला भी दर्ज है। जबकि विगत 22 जून को चिखली के पास राशन का अनाज कालाबाज़ारी के लिए ले जाने वाले एक ट्रक को पकड़ा गया था, जिसमें खुद “श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट” के मालिक पन्नालाल गुप्ता को आरोपी बनाया गया है और अब साखरखेरडा में राशन के अनाज के वाहन को पकड़ा गया है। परिक्षेत्र में यही चर्चा आम है कि ये अनाज “द्वार पहुंच योजना” का है? किन्तु इसकी सच्चाई जांच का विषय है। साथ ही इस बात की प्रमुखता से जांच होनी चाहिए कि कहीं इस कालाबाज़ारी में द्वार पहुंच योजना का काम संभाल रहा व्यक्ति शामिल है या नही?
निष्पक्ष हो मामले की जांच
बुलढाणा ज़िले की गरीब जनता को मिलने वाले सरकारी राशन का अनाज राशन तस्कर हज़म कर रहे हैं। यह व्यवसाय बिना प्रशासन के अधिकारियों की मदद के पनप नही सकता। आरोप है कि प्रशासन में मौजूद अधिकारी अपनी जेब गरम कर के राशन माफियाओं को खुली छूट दे रहे हैं। आए दिन राशन तस्करों के वाहन तो पकड़े जाते हैं कार्रवाई केवल वाहन चालक, मालक और वाहन में मौजूद व्यक्ति पर की जाती है। जबकि जिसके हुक्म पर राशन के अनाज की तस्करी की जाती है उससे रुपये ले कर पुलिस व आपूर्ति विभाग के अधिकारी उसे बचा लेते हैं। कल रात साखरखेरडा में पकड़े गए वाहन में मौजूद दो लोगों को आरोपी बनाया गया लेकिन पर्दे के पीछे कौन हैः इस पर ध्यान नहीं दिया गया है। अब पुलिस व राजस्व विभाग से यही अपेक्षा है कि वे पूरी ईमानदारी से व बिना किसी राजकीय दबाव के मामले की जांच करेंगे, ताकि गरीब जनता का अनाज खा-खा कर गब्बर बने राशन तस्करों का असली चेहरा आम जनता के सामने आ सके।
5 जुलाई के बाद से साखरखेरडा गोदाम से जिन राशन दुकानदारों को अनाज दिया गया है उनके अनाज की जांच के लिए 2 सदस्य टीम बनाई गई है, जिसमें आपूर्ति निरीक्षक सुनील धोंडकर व नायब तहसिलदार एच.डी.वीर का समावेश है। जिस दुकान के रिकॉर्ड में गड़बड़ी मिलेगी उस पर योग्य कार्रवाई की जाएगी: संतोष कनसे, तहसिलदार सिंदखेड राजा
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