अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT;
आम आदमी पार्टी छतरपुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार एक सप्ताह पहले महिला के अपहरण कर सामूहिक बलात्कार व कल पीड़िता के अपहरण, व पीड़िता की जेठानी के अपहरण के असफल प्रयास पर मामले में सटई पुलिस की भूमिका को संदिग्ध बता आम आदमी पार्टी ने अपने प्रदेश संगठन सचिव अमित भटनागर के नेतृत्व में सटई थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इसी बीच आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव अमित भटनागर का सटई थाना प्रभारी श्री मृगेंद्र त्रिपाठी से तीखी झड़प हो गयी। आप नेता अमित भटनागर का कहना था कि 4 जुलाई को समूहिक बलात्कार जैसे जघन्य अपराध की प्राथिमिकी 7 जुलाई को दर्ज होती है, आरोपी महिला व उसके परिवार को डराते-धमकाते रहे, जिसकी शिकायत पीड़िता ने 11 जुलाई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की, उसके बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, जिसका परिणाम ये हुआ कि जब पीड़िता व उसका पति 12 जुलाई को आरोपियों के भय के कारण गांव छोड़ कर पन्ना जा रहे थे तभी आरोपियों ने बिजवार से 15 किलोमीटर दूर लहर ग्राम के पास उनका अपहरण कर लिया। पीड़िता के पति को मार पीट कर छोड़ दिया जबकि पीड़िता अभी भी आरोपियों के चुंगल में है। अमित भटनागर का कहना था कि पुलिस की निष्कियता के कारण आरोपी 12 जुलाई की रात फिर पीड़िता के घर हथियार सहित घुसते हैं, उसकी जेठानी को जबरन उठा ले जाने का प्रयास करते हैं। जेठानी के चिल्लाने पर ग्रामीण आ जाते हैं जिससे आरोपी भाग जाते हैं। जाते-जाते गांव का एक बकरा भी पकड़ ले जाते हैं। श्री अमित भटनागर ने पूरे मामले में सटई पुलिस की भूमिका को संदिग्ध करार देते हुए पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा थाना प्रभारी मृगेंद्र त्रिपाठी को असंवेदनशील तक कह डाला, जिससे थाना प्रभारी भड़क गए। थाना प्रभारी का कहना था कि पुलिस ने पूरे मामले में तत्परता दिखाई है लेकिन ग्रामीण पुलिस का सहयोग नहीं कर रहे हैं जिससे अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई और अपहरण का मामला किशनगढ़ थाने का है। वही अमित भटनागर का कहना है कि 4 जुलाई से लेकर 12 जुलाई तक आरोपी गांव में ही रहे हैं, इसके बाद भी उनकी गिरफ्तारी न होना और पुलिस अधीक्षक को किसी घटना की आशंका के आवेदन मिलने के बाद उसी परिवार की दूसरी महिला के अपहरण का प्रयास, अपराधियों के हथियार सहित गांव में ही घूमना निश्चित रूप से पूरे मामले में पुलिस की संलिप्तता की ओर इशारा करती है। थाना प्रभारी द्वरा त्वरित उचित कार्यवाही के बाद प्रदर्शन शांत हुआ। थाने के घेराव व प्रदर्शन के दौरान मनीष भटनागर, कुंवर जयपाल सिंह ओरिया, बन्दवान पटेल सहित पीड़िता के परिवार सहित आधा सैकड़ा ग्रामीण उपस्थित थे।
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