अबरार अहमद खान/मुकीज़ खान, भोपाल (मप्र), NIT:
उन्नाव रेप केस में कोर्ट द्वारा कुलदीप सिंह सेंगर को बरी किए जाने को लेकर ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन ने आपत्ति जताई है।
दरसल उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सीडेंट जो कि 2019 में सामने आया था जिसमें पीड़िता की 2 मौसी और वकील के साथ यात्रा कर रही थी। तब एक ट्रक ने उस वाहन को टक्कर मार दी थी। इस दुर्घटना में उसकी एक मौसी की मौत हो गई थी जबकि पीड़िता औऱ वकील गम्भीर रूप से घायल हो गये थे। उस समय पीड़िता ने ये बहुत गम्भीर अवस्था में यह बयान दिया था कि यह कोई सड़क दुर्घटना नहीं थी बल्कि जानबूझकर और रेप मामले को खत्म करने, सबूत मिटाने की मनसा से सोची समझी साजिश के तहत किया गया कृत्य था जो कि भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के इशारे पर किया गया था क्योंकि वह इस रेप केस का मुख्य आरोपी था। संगठन ने इस प्रकार के अन्याय से जिसमें आरोपी को बचाने, साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश की जाकर आरोपी को बरी करने का कड़ा विरोध किया है। और कोर्ट से अपील की है कि ऐसे संवेदनशील मामलों में बहुत ज्यादा सावधानी और निष्पक्षता से न्याय देना चाहिए ताकि आम जनता का विस्वास न्याय व्यवस्था पर बना रहे। इस प्रकार के निर्णय से कहीं कोई अपराधी बच ना जाए और किसी निर्दोष के साथ अन्याय न हो। क्योंकि हम जानते हैं कि वर्तमान व्यवस्था झूठ, अन्याय, भ्रष्टाचार, और पैसे के दम पर टिकी हुई है जिसका भुगतान आम शोषित, पीडित जनता को करना पड़ता है।
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