फसल अवशेष जलाने की बढ़ती घटनाओं पर जिलाधिकारी सख्त, डीएम के निर्देश पर ग्राम पंचायत मंडोरा में कंबाइन किया गया सीज, पराली जलाने वाले किसानों को सरकारी योजनाओं का नहीं मिलेगा लाभ | New India Times

अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ, झांसी (यूपी), NIT:

फसल अवशेष जलाने की बढ़ती घटनाओं पर जिलाधिकारी सख्त, डीएम के निर्देश पर ग्राम पंचायत मंडोरा में कंबाइन किया गया सीज, पराली जलाने वाले किसानों को सरकारी योजनाओं का नहीं मिलेगा लाभ | New India Times
फाइल फोटो

जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार ने जनपद झांसी की तहसीलों- मोंठ, सदर एवं टहरौली में किसानों द्वारा परंपरागत रूप से फसल अवशेष जलाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर उक्त तीनों तहसीलों के समस्त ग्रामों में विगत 1 माह से लगातार जन जागरूकता अभियान कृषि राजस्व एवं विकास /पंचायत राज विभाग द्वारा चलाया जा रहा है, जिसमें फसल अवशेष जलाने से कृषि एवं पर्यावरण को होने वाले व्यापक दुष्परिणामों के बारे में विभिन्न माध्यमों से अवगत कराया जा रहा है। इन सबके बावजूद कुछ लोगों की हठधर्मिता के कारण 5 नवंबर 2021 तक फसलों के अवशेष जलाने की 21 घटनाएं सेटेलाइट के माध्यम से पकड़ी गई हैं, जिन लोकेशन पर यह फसल अवशेष चलाने की घटनाएं हुईं उन सब दोषियों के खिलाफ जिलाधिकारी के निर्देश पर इन दोषियों को प्राप्त हो रही सरकारी सुविधाओं/योजनाओं की जांच प्रारंभ कर दी गई है तथा अपात्र पाए जाने पर अब तक 03 लाभार्थियों के राशनकार्ड निरस्त करने की कार्यवाही की जा चुकी है। आज 6 नवंबर को जिलाधिकारी द्वारा निर्देशों के अनुपालन में एसडीएम सदर श्री क्षितिज द्विवेदी तथा उप कृषि निदेशक श्री के.के. सिंह ने पुलिस बल के साथ ग्राम पंचायत मंडोरा में बिना एसएमएस के चल रहे कंबाइन को सीज कराया। जिलाधिकारी द्वारा यह निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ नियमानुसार अन्य कठोर कार्रवाई भी की जाए और यह कार्यवाही निरंतर जारी रखने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अधिकारी व कर्मचारी गण भ्रमण के दौरान लोगों को जागरूक करें कि लोग खेत में पराली ना जलाएं। पराली जलाने से होने वाले नुकसान की भी जानकारी किसानों को दें ताकि किसान खेत में आग लगाने से बच सकें।


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By nit

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