कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; विगत 22 जून को चिखली तहसील अंतर्गत के ग्राम शेलूद के पास ग्रामीणों ने एक ट्रक को पकड़ा था जिसके अंदर राशन का अनाज कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा था। इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को आरोपी बनाया था। पुलिस की अधिक जांच में सरकारी दस्तावेज़ में खोड-तोड़ पाये जाने के बाद अब पुलिस ने खामगांव स्थित एफसीआइ गोडाउन के शासकीय कर्मी गोडाउन कीपर गजानन विठ्ठल चोपड़े को भी आरोपी बना लिया है।
बुलढाणा जिले के राशन गोदामों तक शासकीय वितरण प्रणाली का अनाज पहुंचाने का ठेका अमरावती की श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी को दिया गया है। शासकीय दिशा निर्देशों का पालन करते हुए श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट को अपना काम अंजाम देना था, किंतु यही ट्रांसपोर्ट कंपनी कालाबाजारी करती हुई पकड़ी गई। मामला इस प्रकार था कि 22 जून को खामगांव स्थित एफसीआई के गोदाम से 350 चावल के बोरे लेकर एक दस चक्का ट्रक चिखली तहसील के अमड़ापुर गोदाम के लिए रवाना हुआ। नियमानुसार ट्रक को अमडापुर के गोदाम पर पहुंचकर रुक जाना चाहिए था किंतु यह ट्रक अमड़ापुर में ना रुकते हुए आगे चिखली की तरफ निकल गया। यह बात शेलूद के ग्रामीणों को पता चलने के बाद उन्होंने ट्रक को पकड़कर चिखली पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। चिखली थाने में ट्रक चालक शेख शब्बीर व ट्रक मालक अब्दुल रफीक के खिलाफ जीवनावश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने के बाद ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस एवं आपूर्ति विभाग की जांच में यह बात पता चली कि अनाज की कालाबाजारी में श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट भी शामिल है। इस लिए चिखली थाने में श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालक पन्नालाल गुप्ता को भी आरोपी बनाया गया। आगे की जांच में पता चला कि खामगांव गोदाम पर कार्यरत शासकीय कर्मी गजानन चोपड़ा ने श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ में 22 जून की रात में नियम का उल्लंघन कर गोदाम को खोला और सरकारी रेकॉर्ड में कांट-छाँट कर यातायात पास (टी.पी.) बदल दी। यह बात प्रशासन के सामने आने के बाद राशन के अनाज की इस कालाबाज़ारी में शामिल सरकारी कर्मी गजानन विट्ठल झोपड़े को जिलाधीश के आदेश पर नौकरी से निलंबित कर दिया गया और उसे भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। फिल्हाल ट्रक मालक अ.रफीक, श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट मालक पन्नालाल गुप्ता व गोदाम कीपर गजानन चोपड़े पुलिस की पहुंच से दूर हैं। हालांकि ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालक गुप्ता व ट्रक मालक रफीक ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट पर पुलिस मेहरबान?
22 जून को चिखली के पास कालाबाजारी में जा रहे राशन के अनाज से लदे ट्रक को पकड़ने के बाद इस बात की भनक खामगांव स्थित एफसीआई गोदाम कीपर गजानन चोपडे व श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक को मिलने के बाद उसी रात में नियम का उल्लंघन कर गोदाम खोला गया और शासकीय दस्तावेजों में खोर तोड़ इसलिए की गई ताकि अपनी चोरी को छुपाया जाए। इस काम में सरकारी कर्मी गजानन चोपडे के अलावा ट्रांसपोर्ट कंपनी के 3 प्रतिनिधि भी शामिल थे। जिनकी मिलीभगत से यह कारनामा अंजाम दिया गया। पुलिस ने अपनी जांच के बाद गोडाउन कीपर गजानन चोपडे को आरोपी बना लिया है जबकि इस काम में शामिल ट्रांसपोर्ट कंपनी के 3 प्रतिनिधियों को नजरअंदाज किया गया है। सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के प्रतिनिधि अमोल रींढे का बयान लिया है जिसमें रींढे ने यह कहा कि ट्रांसपोर्ट कंपनी के पराग गुप्ता के कहने पर ही रिकॉर्ड में फेरबदल किया गया है। यह बयान पुलिस के पास मौजूद होने के बाद भी चिखली पुलिस श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी पर मेहरबान नजर आ रही है। राशन के अनाज की इतनी बड़ी कालाबाज़ारी को अंजाम देनेवाली श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक पन्नालाल गुप्ता को अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इससे पता चलता है कि पुलिस प्रशासन जानबूझकर अपने कर्तव्य में लापरवाही बरत रही है। जिस प्रकार गोदामपाल चोपडे को आरोपी बनाया गया है उसी तरह इस मामले में लिप्त ट्रांसपोर्ट कंपनी के प्रतिनिधियों को भी आरोपी बनाया जाना जरुरी समझा जा रहा है।
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