शिवराज सरकार द्वारा 6 करोड़ पौधरोपण कर विश्व रिकार्ड बनाने को लेकर शुरू हुई राजनीत, कांग्रेस लीडर ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना | New India Times

सरवर खान जरीवाला, भोपाल, NIT; ​
शिवराज सरकार द्वारा 6 करोड़ पौधरोपण कर विश्व रिकार्ड बनाने को लेकर शुरू हुई राजनीत, कांग्रेस लीडर ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना | New India Timesमध्यप्रदेश में आज 2 जुलाई को 6 करोड़ पौधरोपण कर विश्वरिकार्ड बनाने का दावा जहां शिवराज सरकार द्वारा किया जा रहा है वहीं अब इस पूरे कार्यक्रम पर अब राजनीति शुरू हो गई है। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने इस इस अभियान को जश्न बताते हुए सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने शिवराज सरकार के पौधरोपण कार्यक्रम को फेल बताया है। 

अजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि जो पौधे लगाये गये हैं वे नदी संरक्षण के लिए उपयोगी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मानक पौधे नहीं होने के कारण सरकार ने 700 करोड़ रुपये का जो जश्न मनाया है वह पौधे विशेषज्ञों के अनुसार अगले 6 माह जिन्दा नहीं रह पायेंगे। उन्होंने सरकार के 6 करोड़ पौधे लगाने के दावे को झूठा करार देते हुए सरकार को फर्जी आकड़ों में माहिर बताया है। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार का वर्ल्ड रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनरेगा के मद से 860 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। यह राशि 5 साल तक 58 लाख पौधों के रख-रखाव पर खर्च की जायेगी। जब पौधे की मानक स्तर के नहीं है और अगले 6 माह में उनका अस्तित्व नहीं रहेंगा तो रख-रखाव की यह राशि किस पर खर्च होगी? दूसरी ओर जो वृक्ष मित्र बनाये जा रहे हैं वे भाजपा और आर.एस.एस. के प्रचारक हैं। मनरेगा की राशि जो विकास कार्यो के लिए मजदूरी के रूप में दी जाती है, सरकार उसका बड़े पैमाने पर दुरूपयोग कर रही है।

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मैदानी अमलो को पौधे रोपण के लिए जो किस्म बताई हैं उनमें अमरूद, जामुन, करौंदा, संतरा, सीताफल, आंवला, नीबू, चीकू, अनार, आदि हैं। इनसे नदीं का संरक्षण नहीं होगा। सरकार नमामि देवि नर्मदे सेवा यात्रा के बाद अब पौधरोपण में भी प्रदेश की जनता को धोखा दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के करोड़ों रुपये खर्च कर दिया गया और इसके लिए प्रदेश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading