लियाक़त शाह, भुसावल/जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
बोदवड़ तहसील में विधायक एवं शिवसेना जिलाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवार को जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल व जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर ओझारखेड़ा बांध में तत्काल पानी न छोड़े जाने लापरवाह व गैर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई व किसानों से फसल क्षति की वसूली की मांग की है. जलासमाधि आंदोलन का इशारा देने के बाद आंदोलन शुरू किया गया, जिससे जिले में हड़कंप मच गई है. इस बीच विधायक चंद्रकांत पाटिल द्वारा मांगें पूरी होने तक पानी के बाहर न निकलने का संकल्प लेने के बाद भुसावल अनुमंडल पदाधिकारी प्रांत अधिकारी रामसिंह सुलाने व सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता कडलग ओझारखेड़ा बांध पहुंचे. उनके द्वारा 15 दिन में बांध में पानी पहुंचाने का लिखित आश्वासन दिया गया. शिवसेना ने चेतावनी दी है कि 15 दिन के भीतर उपाय नहीं किए गए तो संबंधित दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो शिवसेना फिर से उग्र आंदोलन करेगी.
जपसंपदा विभाग की लापरवाही से संकट में फंसे किसान व फसल
करीब डेढ़ माह पूर्व वरणगांव-तलवेल उपसा सिंचाई योजना के तहत ओझारखेड़ा बांध जलग्रहण क्षेत्र के किसान विधायक चंद्रकांत पाटिल के पास पहुंचे थे क्योंकि उनकी केला व अन्य फसल संकट में थी. तद्नुसार एक माह पूर्व विधायक चंद्रकांत पाटिल के अनुवर्तन के बाद संरक्षक मंत्री गुलाबराव पाटिल, जिला कलेक्टर डॉ. अभिजीत राउत एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों के बीच समीक्षा बैठक हुई थी. संरक्षक मंत्री ने ओझारखेड़ा बांध में नियमित रख-रखाव व पंप मरम्मत के लिए कार्यपालक निदेशक से चर्चा की थी और तत्काल पानी छोड़ने के लिए राशि उपलब्ध कराई थी, लेकिन जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने आज तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई. पिछले महीने बाढ़ के कारण हतनूर बांध से बड़ी मात्रा में पानी बर्बाद हो गया होता, यदि वही पानी ओझारखेड़ा बांध में डाला जाता और बांध को भर दिया जाता तो अनिको फसले बर्बाद होने से बच जाती थी. पानी न होने से नतीजतन बांध सूखने के कगार पर है और केले और अन्य फसलों सहित जलग्रहण क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि संकट में है. जीससे किसान बहुत परेशान हो गए हैं और शिवसेना द्वारा बुलाए गए जलासमाधि आंदोलन में किसानों की सहज भागीदारी इस बात का प्रमाण थी कि किसान बड़ी परेशानी में थे.
इस अवसर पर, जिला प्रमुख समाधान महाजन, विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख सुनील पाटिल, बोदवड़ तालुका प्रमुख गजानन खोडके, मुक्ताईनगर तालुका प्रमुख छोटू भोई, उप-तालुका प्रमुख प्रफुल्ल पाटिल, नवनीत पाटिल, अफसर खान, जीवराम कोली, शिवाजी पाटिल, शहर प्रमुख गणेश टोंगे, राजेंद्र हिवराले, बोदवड़ शहर के प्रमुख हर्षल बडगुजर वसंत भलभले, पूर्व अध्यक्ष आनंदराव देशमुख, पूर्व अध्यक्ष चंद्रकांत कारले, पूर्व सरपंच समाधान कारले, सरपंच दीपक कोली, पंढरी मुलांडे, अशोक चौधरी, केएन पाटिल, रामदास मुलांडे, निवृति भाद, उप सरपंच नामदेव भड,सीताराम चावरे, राजू खराटे, आत्माराम डांगे, बालू पाटिल, दिलीप डांगे, कैलास सपकाल, सोपान तायड़े, सचिन भड़, नितिन महाजन, किसान चव्हाण, मधुकर काले, ईश्वर कापसे और अन्य किसान, नुरमोहम्मद खान, शकूर जमदार, सलीम खान, जाफर अली, सईद बागवान, सलिम मेम्बर, पार्षद देवा खेवलकर, आनंद पाटिल, सुनील बोरसे, संजय गायकवाड़, सागर पाटिल, कलीम शेख, शांताराम कोळी, दीपक माली, नाना बोदडे, लालसिंह पाटिल, सचिन पाटिल, अमोल व्यवहारे, नरेंद्र गावंडे, किशोर पाटिल, सोपान तायडे, वनिल कोली, स्वप्निल श्रीखंडे और शिव सैनिक सहित हजारों किसान और शिवसेना के पदाधिकारी मौजूद थे.
फोटो कैप्शन: बोदवड़ तहसील के ओझारखेड़ा बांध में जल आपूर्ति को लेकर विधायक चंद्रकांत पाटिल और किसान जलसमाधि आंदोलन करते हुवे. (फोटो लियाकत शाह)
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