मसूद उर रहमान, उन्नाव/लखनऊ (यूपी), NIT:
सर्व शिक्षा अभियान और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के दावों की पोल खोलती हुई एक सनसनी खेज वारदात उन्नाव से सामने आई है. यहां के एक सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य ने दसवीं की एक छात्रा को महज फीस न दे पाने के कारण स्टाफ रूम में इस कदर अपमानित और लज्जित किया कि घबराई और व्यथित छात्रा घर पहुंचते ही मूर्छित हो जमीन पर ऐसी गिरी की दम ही तोड़ दिया.
मिली जानकारी के अनुसार 599 आदर्श नगर उन्नाव की रहने वाली स्मृति अवस्थी पुत्री सुशील कुमार अवस्थी पास ही स्थित सरस्वती शिशु मंदिर ए.बी. नगर उन्नाव में 10 वीं की छात्रा थी, बताया जाता है कि इस की पिछले तीन माह की फीस बकाया थी जिस कारण से उसे विद्यालय में हो रहे त्रिमासिक एग्जाम में भाग लेने से प्रधानाध्यापक ने मना कर रखा था लेकिन जब वह इस एग्जाम में भाग लेने के लिए अपनी एक दरख्वास्त लेकर प्रधानाचार्य के पास गई तो उसे हाल में सभी के सामने बुरी तरह से अपमानित किया गया और उस की दरखास्त को बिना पढ़े ही प्रिंसिपल ने फेंक दिया और ना सिर्फ परीक्षा हाल से बाहर कर दिया बल्कि स्कूल गेट से उसे बाहर भगा दिया गया. प्रिंसिपल के इस व्यवहार से भावुक स्मृति अवस्थी को गहरा सदमा लगा और वह किसी तरह से घर पहुंची और बेहोश हो कर ज़मीन पर गिर पड़ी, इस वारदात ने उसे ऐसी चोट दी कि भावुक स्मृति ने उसी वक्त वहीं दम तोड़ दिया. वह अपने पिता की एकलौती संतान थी. अब माता पिता का रो रो कर बुरा हाल है. पिता सुनील अवस्थी न्याय के लिए धूल फाक रहे है लेकिन अब तक कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। आदर्श नगर कोतवाली उन्नाव ने सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य के विरूद्ध सी आर नंबर 0604/21 धारा 306 के तहत मामला दर्ज किया है.
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