वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन ए की खुराक दी जानी अत्यंत आवश्यक है, यह कहना है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खमरिया /ईसानगर के अधीक्षक डॉ. बी0 के 0 स्नेही का। बाल स्वास्थ्य पोषण माह के शुभारंभ के अवसर पर उन्होंने बताया कि ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) व शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस (यूएचएनडी) के माध्यम से जनपद में नौ माह से 5 वर्ष तक की आयु के 517209 बच्चों को विटामिन “ए” की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।वही हमारे ब्लॉक ईसानगर के 30195 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
बच्चों के लिए अत्यंत आवश्यक है विटामिन “ए”
अधीक्षक डॉ0 बी0के0 स्नेही ने बताया विटामिन ए की कमी से बच्चों में आंखें कमजोर हो जाती हैं जिसे विटामिन ए की खुराक पिला कर रोका जा सकता है और अन्य गंभीर रोग से भी बचाव होता है। विटामिन ए के सेवन से शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है। उन्होंने बताया विटामिन ए से आंखों की कार्निया सुरक्षित रहती है,दस्त व सांस संबंधी रोगों से भी बचाव होता है। विटामिन ए वसा घुलनशील विटामिन है,इसलिए यह शरीर के नियामक कार्यों में प्रमुखता से काम करता है और बच्चे को कुपोषित होने से बचाता है। विटामिन ए वृद्धि कारक तत्व के रूप में भी जाना जाता है जो बच्चों के विकास में बहुत ही सहायक होता है। इसकी खुराक समय-समय पर लेने से बच्चों के अंदर विटामिन ए की कमी नहीं होती, इनके शारीरिक विकास के लिए भी विटामिन ए बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस बार हमारे ब्लॉक ईसानगर में 9 माह से 1 वर्ष के 1709 व 1 वर्ष से 5 वर्ष तक के 29210 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। सभी ब्लॉक वासियों से अपील है कि 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलवाएं।
खमरिया सीएचसी पर हुआ बाल स्वास्थ्य पोषण माह का शुभारंभ
जनपद के सभी ब्लॉकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 30 जुलाई से बाल स्वास्थ्य पोषण माह मनाया जा रहा है, इसी क्रम में खमरिया सीएचसी पर अधीक्षक डॉ0 बी0के0 स्नेही ने इस अभियान का शुभारंभ एक तीन साल के बच्चे को अपने हाथों से विटामिन ए पिलाकर किया और सभी क्षेत्रीय लोगों को बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर खमरिया चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बी0के0 स्नेही ने बताया कि आशा व आंगनवाड़ी के द्वारा सुनिश्चित कार्य योजना बनाकर बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र पर लाकर उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन ए की खुराक दी जाएंगी। 9 से 12 माह के बच्चों के लिए एक मिली (एक लाख अंतरराष्ट्रीय यूनिट) और 12 माह से 5 वर्ष के बच्चों के लिए दो मिली (दो लाख अंतर्राष्ट्रीय यूनिट) व छह-छह माह के अंतराल पर बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान विटामिन ए की खुराक दी जाती है। इस अभियान के शुभारंभ के अवसर पर डॉ जितेंद्र बहादुर, डॉ एमएल सुमन, के0 के0 राव, विकास कुमार,शिवम वर्मा, संजीव जायसवाल, किरण देवी व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।
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