Edited by Maqsood Ali; मुंबई, NIT; किसानों की कर्ज माफी की घोषणा के बाद सरकार ने आत्महत्याग्रस्त किसानों के परिजनों को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए मंत्रियों, विधायकों व उच्च अधिकारियों से एक दिन की सैलरी दान करने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री, विधानसभा और विधान परिषद के विधायक, आईएएस ,आईपीएस, आईएफएस अधिकारी, पुलिस और स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के कर्मचारी किसानों के लिए जुलाई महीने में अपने एक दिन का वेतन दान करेंगे। राज्य में आईएएस अधिकारी से ले कर चपरासी तक सरकारी कर्मचारियों की संख्या करीब 50 लाख है। एक अनुमान के मुताबिक इनके एक दिन की तनख्वाह करीब 375 करोड़ से लेकर 400 करोड़ रूपए होगी। यह राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा होगी। इस राशि को आत्महत्याग्रस्त किसानों की विधवाओं के बेहतर जीवन और उनके बच्चों की पढ़ाई पर खर्च किया जाएगा। सरकार द्वारा जारी शासनादेश में कहा गया है कि कर्मचारियों को सैलरी दान करना अनिवार्य नहीं होगा। वे अपनी स्वेच्छा से एक दिन की सैलरी किसानों की मदद के लिए दान कर सकते हैं।
उद्धव ठाकरे, शिवसेना मंत्री-विधायक भी देंगे दान
किसानों की आर्थिक मदद के लिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे सहित शिवसेना के मंत्रियों सहित ग्रामपंचायत तक के सदस्य अपने एक महीने की सैलरी दान करेंगे। यह जानकारी परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने दी है। रावते ने कहा है कि शिवसेना मंत्रियों, विधायकों, सांसदों, महानगर पालिका सदस्यों, जिला परिषद सदस्यों, ग्रामपंचायत सदस्यों सहित सभी जन प्रतिनिधि एक महीने का वेतन किसानों के परिवारों को देंगे। यह रकम करोड़ों रुपए में होगी। उद्धव ठाकरे अलग से किसानों के लिए 10 लाख रूपए मुख्यमंत्री सहायता निधि कोष में जमा करेंगे।
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