हिमांशु सक्सेना/ चेतन रजक, ग्वालियर (मप्र), NIT;
कोरोना महामारी के दौरान ठीक से उपचार नहीं करने, कोरोना पाजिटिव मरीज को जबरन डिस्चार्ज करने एवं उनकी मौत होने, गलत सीटी स्कैन रिपोर्ट देने के मामले में सीएमएचओ डाॅ. मनीष शर्मा ने अस्पतालों को नोटिस जारी किया है।
वैष्णवी नर्सिंग होम को नोटिस जारी
वैष्णवी नर्सिग होम में कोरोना पाजिटिव मरीज भूपेंद्र कुशवाह निवासी छतरपुर भर्ती था। भूपेंद्र को तीन दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन अस्पताल में डाॅक्टरों ने भूपेंद्र को जबरन डिस्चार्ज कर सुपर स्पेशियलिटी भेज दिया, जबकि भूपेंद्र की तबीयत ज्यादा खराब थी। इसके चलते भूपेंद्र की मौत हो गई थी। नोटिस में लिखा गया है कि वैष्णवी हॉस्पिटल में कोविड मरीजों के उपचार में लापरवाही की जा रही है, जो कि प्रोटोकॉल के खिलाफ है। अस्पताल संचालक को स्पष्टीकरण के लिए दो दिन का समय दिया गया है।
माहेश्वरी नर्सिंग होम को दिया नोटिस
माहेश्वरी नर्सिंग होम में कानपुर निवासी राजकिशोर भर्ती थे। उनके स्वजनों ने एक लाख रुपये जमा कराए थे। 10 दिन तक भर्ती रहने के बाद भी मरीज को आराम नहीं मिला। इसके चलते स्वजनों ने दूसरे हास्पिटल में शिफट करने की बात कही, लेकिन हास्पिटल संचालक द्वारा मरीज के स्वजनों से एक लाख 70 हजार रुपये की मांग की गई जबकि वह मकान गिरवी रखकर डेढ़ लाख रुपये लेकर आए थे। मरीज के स्वजन ने पैसे देने से मना किया तो उसे जबरन बंधक बना लिया साथ ही अस्पताल के डाॅक्टरों ने आक्सीजन भी निकाल दिया साथ ही मरीज के बेटे को भी बंधक बना लिया। मरीज से 20,000 रुपये लिए गए। इसके चलते मरीज की तबीयत बिगड़ गई। भुगतान की गई राशि का बिल नहीं देकर कच्चा बिल दिया गया जो कि कोविड मरीजों के उपचार में लापरवाही की जा रही है। यह अत्यंत गंभीर एवं शर्मनाक कृत्य है। इसलिए दो दिन में स्पष्टीकरण दें नहीं तो संस्था के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
परिसर में फैलाई गंदगी
सुपर आयुष्मान हास्पिटल ने अपने परिसर में गंदगी फैलाई है, इसका एक वीडियो वायरल हुआ है। गंदगी में सर्जिकल ग्लब्स आदि दिखे थे जो कि नियमों के विपरित है। इससे मरीजों के स्वजनों को संक्रमित होने का खतरा है। इसी प्रकार जीवन सहारा हास्पिटल ने भी अपने परिसर में गंदगी फैलाई थी। दोनों हास्पिटलों को नोटिस जारी किया गया है।
एचआरसीटी चेस्ट की दी गलत रिपोर्ट दी
वीनस सीटी स्कैन सेंटर पर मरीज बृजेश दुबे ने एचआर सीटी चेस्ट की जांच कराई थी। इस रिपोर्ट में स्कोर 16 दिखाया गया था, जबकि स्कोर 19 होना चाहिए था साथ ही सीटी सीवियारिटी स्कोर 26/25 अंंकित किया गया है जो कि सही नहीं है। इस पर रेडियोलॉजिस्ट डाॅ. संदीप कुमार के हस्ताक्षर हैं।
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