दानिश आज़मी, नवी मुंबई (महाराष्ट्र), NIT:
एक तरफ कोरोना संकट काल में सरकार सामाजिक दूरी का पालन कराने के निर्देश दे रही है वहीं आरोपी व अपराधी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं लेकिन यह नियम और धज्जियां बिना अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही के संभव नहीं है। नवी मुंबई के तलोजा जेल का चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है जिसमें पुणे के गैंगस्टर गजा मारने के जमानत पर जेल से बाहर निकलने के दौरान जेल परिसर से शक्ति प्रदर्शन करता नजर आ रहा है और अब कार रैली करने का वीडियो वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में नज़र आ रहा है कि तलोजा जेल परिसर में गैंगस्टर गजा मारने के दरवाज़े से निकलते ही उसके समर्थक उसे घेर लेते हैं और नारेबाजी करते हुए गाड़ियों का काफ़िला निकालते हैं। सवाल उठता है कि आखिरकार जेल परिसर के अंदर वाहनों का काफिला अंदर कैसे दाखिल हुआ। तलोजा जेल के 2 दरवाजे हैं जिसमें से अपराधी, आरोपी और जेल का स्टाफ ही प्रवेश कर सकता है लेकिन जेल के गेट पर गैंगस्टर गजा मारने के समर्थक भीड़ जुटाए नजर आ रहे हैं।
तलोजा जेल के सुपरिटेंडेंट कौस्तुभ कुर्लेकर हैं जिनकी भूमिका सवालों के घेरे में है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार सुपरिटेंडेंट की निगरानी में नियमों की कैसे धज्जियां उड़ाई जा सकती हैं? क्या जेल के सुपरिटेंडेंट कौस्तुभ क़ुर्लेकर को नियमों की धज्जियां उड़ाने की जानकारी थी और उस पर जेल स्टाफ को किस प्रकार के कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए?
वायरल हुए वीडियो के अलावा भी तलोजा जेल की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में रही है। इसी जेल में बंद 22 साल के भिवन्डी के एक युवक की कोरोना से मौत हो गई। जेल के सुपरिटेंडेंट कौस्तुभ कुर्लेकर और जेल प्रशासन पर परिवार के लोग गंभीर आरोप लगा रहे हैं कि 22 साल के युवक को समय पर इलाज न कराते हुए तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद उसे भर्ती कराया गया जिसके कारण उसकी मौत हो गयी.
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