पंकज शर्मा, ब्यूरो चीफ, धार (मप्र), NIT:
वर्तमान में ऑक्सीजन की सप्लाई विभिन्न वाहनों से की जा रही है। लेकिन देखने में आ रहा है कि अलग पहचान नहीं होने के कारण कई बार इनके निर्बाध आवागमन में दिक्कत होती है। शासन द्वारा ऐसे वाहनों को एंबुलेंस का दर्जा भी दिया गया है। अभी तो ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले वाहनों के लिए पायलटिंग की व्यवस्था रहती है। ऐसी सूरतेहाल को समझ औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने आयशर कंपनी के प्रबंधकों से चर्चा की और कहा कि वाहन को ऐसा डिजाइन करें जिससे दूर से ही ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले वाहन के रूप में पहचान निरूपित हो सके। कंपनी ने भी इस विचार पर सहमति व्यक्त कर अपने ट्रक 2509 xp को अलग से ही सफेद रंग और ऑक्सीजन एंबुलेंस लिखकर तैयार किया गया है। धार जिला अस्पताल को ऐसी दो ऑक्सीजन एंबुलेंस मिलने वाली हैं। ये ऑक्सीजन एंबुलेंस एक बार में 50 सिलेंडर के परिवहन हेतु सक्षम रहेंगी।परिवहन विभाग द्वारा आवश्यक वस्तु सेवा अधिनियम के प्रावधान अनुरूप इसे सज्जित किया जाएगा।
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