रहीम शेरानी हिदुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
झाबुआ जिले के थांदला में कोरोना संक्रमण के समय बाजारों में त्यौहारी सीजन के चलते भीड़ देखी जा रही है। ऐसे में लापरवाह इंसान मास्क पहनना तो भूल रहे हैं वे अपने साथ बच्चों तक को भी भूल जाते हैं। ऐसी ही एक दम्पत्ति की लापरवाही से नगर के व्यस्ततम जवाहर मार्ग पर एक नन्ही बालिका बहुत देर तक रोती बिलखती दिखाई दी। तब उसके पास उस मार्ग के युवा आशीष राठौड़, विजय राठौड़ व अन्य निकट के युवा ने आकर उससे जानकारी लेने का प्रयास किया लेकिन डरी सहमी रोती बिलखती वह नन्ही बालिका कुछ भी नहीं बोल पा रही थी.
ऐसे में राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के कार्यवाहक प्रदेशाध्यक्ष जो वहीं रहते थे वे आये व उस बालिका को लेकर युवा आशीष राठौड़ के साथ पुलिस थाने के लिए निकले इस दौरान उन्होंने उस बालिका को बिस्किट आदि दिलाये व अंचल के अनेक लोगों को बताते हुए पूछताछ की व सोशल मीडिया पर भी उस बच्ची का पता लगाने का सभी से निवेदन किया जिसके बाद मेहनत रंग लाई, एक व्यक्ति ने उस बालिका को पहचान लिया व उसके परिजनों को सूचित कर पुलिस थाने पर आने की सूचना दी। थांदला पुलिस ने भी बालिका से पूछने का व पता जानने का भरसक प्रयास किया तभी उनके परिजन वहाँ आ पहुँचे, पुलिस ने पूरी तसल्ली व बालिका की पहचान के आधार पर उनके परिजन को सुपुर्द कर दिया। बालिका के पिता निकट ग्राम तलावली के सोहन कटारा, उसकी माता व भाई को देखकर खुश हुई परिजन ने संगठन सदस्यों को धन्यवाद दिया।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.