फ़िरोज़ खान, बारां,(राजस्थान), NIT;
बारां जिला के किशनगंज ब्लॉक की रामपुर टोडिया ग्राम पंचायत के गांव जनकपुर में 2 लोगों के इंदिरा आवास व् एक महिला का 5 मस्टररोल का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। रघुवीर सहरिया ने बताया कि मेरी पत्नी भरोसी बाई ने गोरधनपुरा से ग्रेवल सड़क पर कार्य किया था, जिसका अभी तक भी भुगतान नहीं मिला है। इसको लेकर गत महीनों विकास अधिकारी किशनगंज को भी लिखित शिकायत की जा चुकी है, उसके बाद भी मस्टररोल का भुगतान अटका पड़ा है। कई बार एस बीबीजे बैंक नाहरगढ़ बीसी धन्नालाल सुमन के पास गए, मगर अभी तक भुगतान नहीँ किया गया है। जब कभी बीसी से बात करते हैं तो यह बोला जाता है, की अभी आपके खाते में पैसा नहीं आया है। भरोसी बाई सहरिया का बैंक खाता नम्बर 61246167273 है। उसने बताया कि बरसात के पहले से ही जनकपुर में मनरेगा का काम लोगों को नहीं मिला है, इस कारण लोग खाली बैठे हैं। ग्राम पंचायत सेकेट्री से बात करते हैं तो बोला जाता है कि आपके यहाँ मनरेगा काम स्वीकृत नहीं है। उन्होंने मनरेगा में काम देने की मांग की है। किशनगंज मनरेगा सहायक कार्यक्रम अधिकारी भरत गौतम ने बताया कि डिमांड आने पर काम दे दिया जायेगा और भरोसी बाई के भुगतान के मामले को दिखवाया जाएगा। इसी तरह शाहाबाद ब्लॉक की ग्राम पंचायत बीलखेड़ा डाँग के गांव चौराखाड़ी के 20 श्रमिकों को 7 माह से भुगतान नहीं मिला है। इन श्रमिकों ने चोराखाड़ी से हरिनगर ग्रेवल सड़क पर काम किया था। गेंदावती, सुरेश, दिलीप, साबू, आदि श्रमिकों ने बताया कि न ही भुगतान मिला है, और न ही 7-8 माह से काम मिला है। काम नहीं मिलने के कारण करीब 50 लोग बारां के बामला में पलायन कर गए हैं। वहीँ बीलखेड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय के करीब 80 श्रमिकों ने बीलखेड़ा से पाटन ग्रेवल सड़क पर जून 2016 में काम किया था, जिसका भी अभी तक भुगतान नही हुआ है। सहायक मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी महिपाल मीणा शाहाबाद ने बताया कि इन श्रमिकों के खाते गलत होने के कारण समय पर भुगतान नहीं हुआ हो पाया है, ग्राम पंचायत के एलडीसी को इन श्रमिकों की संशोधित सूची मंगवाई है, कुछ श्रमिकों की तो आ गयी है और कुछ की आना बाकी है। उसके बाद इनके खाते को ऑनलाइन कर भुगतान कर दिया जायेगा। वहीँ खाते सही होने पर मनरेगा कार्य भी शुरू कर दिया जायेगा ।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.