मुआरी कोयल खदान मामला: जांच हुई तो फंसेगा कन्हान क्षेत्र का माइनिंग विभाग, मात्र एक कार्य को दिलाने की लालच में टेंडर प्रक्रिया किया निरस्त  | New India Times

मो. मुजम्मिल, छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

मुआरी कोयल खदान मामला: जांच हुई तो फंसेगा कन्हान क्षेत्र का माइनिंग विभाग, मात्र एक कार्य को दिलाने की लालच में टेंडर प्रक्रिया किया निरस्त  | New India Times

कन्हान क्षेत्र का माइनिंग विभाग बुरा फंस सकता है कयोंकि अनियमितता की शिकायत नागपुर बिजलेंस से की गई है. मामला मुआरी खदान क्षेत्र का है जहां निर्माण कार्य कराए जाने को लेकर टेंडर कर दिया गया बाद में शायद यह दोनों कार्य एक को देने की लालच में बाद में दोनों टेंडर को मिला एक कर फिर से कर दिया है जो सीधे माइनिंग विभाग को संदेह के दायरे में ले जाने के लिए पर्याप्त है. बाहर हाल यदि इसमें कोई अनियमितता हुई है तो इसकी शिकायत नागपुर चीफ विजिलेंस जीएम विजिलेंस से हो गई है. ज्ञात रहे कि खदान क्षेत्र में निर्माण कार्यों में अनियमितता कर किसी एक ठेकेदार को यदि आगे ले जाने की बात हो तो खदान क्षेत्र हो या माइनिंग विभाग कन्हान क्षेत्र सदैव आगे रहा है. बाहरहाल समय-समय पर इन अनियमितताओं को लेकर अनेकों शिकायत भी की गई किंतु मात्र बड़ी राशि के लेन देन के चलते कभी भी शिकायतों की निष्पक्ष जांच नहीं हुई जिसके चलते ही कुछ समय जैसे ही व्यतीत हुआ और एक नई अनियमितता सामने आ गई।

मुआरी खदान में हुई अनियमितता

क्षेत्र की भूमिगत कोयला खदान मुआरी ईंकलाइन में नट बोल्ट कसने एवं छानी मजबूत करने को ले माइनिंग कन्हान क्षेत्र में अलग-अलग दो स्थानों पर लगभग एक करोड़ 12 लाख रुपए की राशि स्वीकृत कर दिनांक 28/10/2020 को जो टेंडर निकाले जिसमें कार्य करने की इच्छा रखने वाले कुछ ठेकेदारों ने कार्य के टेंडर भर दिए।

खोला नहीं टेंडर 

विभाग ने टेंडर प्रक्रिया जैसे ही ओपन की कार्य पाने की लालच में कुछ ठेकेदारों ने कार्य पाने की लालच में टेंडर भी डाल दिया किंंतु एक नियत समय में जो टेंडर खोलना था वह खोला ही नहीं गया 

एक ठेकेदार को काम देने की थी मंशा

 टेंडर न खोलने के पीछे एक बात जो सामने आई है कि उक्त दोनों कार्य एक ठेकेदार को देने की मंशा थी किंतु इस कार्य में और ठेकेदारों ने भी अपना दावा कर दिया जिससे यह टेंडर ही नहीं खोला गया

कुछ छोटे ठेकेदार हो गए बाहर

 50 लाख तक के कार्य करने 5 से 7 ठेकेदार हैं किंतु यही दोनों कार्य एक कर यदि एक करोड़ कर दिया जाए तो यह सभी ठेकेदार बाहर हो जाएं एक ठेकेदार को मिल जाए इसी को ले दोनों कार्य को एक कर दिया एवं 27 एक 2021 को पुणे टेंडर प्रक्रिया की गई।

 माइनिंग विभाग है गलत

 पहले अलग-अलग दो फिर दोनों कार्य को मिलाकर एक कर देने से माइनिंग कन्हान स्वयं गलत दिख रहा है शुरू में ही एक टेंडर प्रक्रिया होती तो बात सामने नहीं आती। 

नागपुर हो चुकी है शिकायत

बाहरहाल हुई इस टेंडर में अनियमितता को ले नागपुर चीफ विजिलेंस जीएम विजिलेंस को लिखित शिकायत हो चुकी है।


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By nit

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