साबिर खान, रेवाड़ी (हरियाणा), NIT:
रेवाड़ी जिले में एक अनोखा और ऐतिहासिक विवाह सम्पन्न हुआ है। ट्रैक्टर पर निकलती बारात को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जिले के गांव खरखड़ा निवासी अजय रेवाड़ी के भीमसेना जिलाध्यक्ष हैं। मंगलवार को उन्होंने पारिवारिक विवाह समारोह आयोजित करके रेवाड़ी के लुक्खी गांव की पायल से बिना दहेज शादी करके नई मिसाल पेश की। शादी में भीमसेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर भी शामिल हुए। उनके साथ भीमसेना की टीम भी उपस्थित थी।
भीमसेना से प्राप्त प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सामाजिक कुरीतियों, ढोंग, आडंबर, पाखंड, मनुवाद, ब्राह्मणवाद को ठोकर मारते हुए वर-वधू और उनके परिवार ने लुक्खी गांव में विवाह समारोह आयोजित किया। जिसमें किसी पंडित को नहीं बुलाया गया और ना ही सात फेरे कराए गए। भीमसेना रेवाड़ी के जिलाध्यक्ष अजय ने वधू के परिवार से कोई भी दहेज नहीं लिया और समाज में फैली दहेज की कुरीति को एक बड़ी बीमारी बताया।
लुक्खी गांव पहुंचकर अजय की बारात ट्रैक्टर पर निकाली गई। जिससे उन मनुवादी और जातिवादी लोगों को कड़ी चुनौती दी गई है जो अपने आप को उच्च जाति और स्वर्ण कहकर जाति के नाम पर दूल्हे को घोड़ी से उतार देते हैं और बारात नहीं चढ़ने देते। ट्रैक्टर पर बारात निकालना मनुवादी जातिवादी लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है। ट्रैक्टर पर बारात निकालकर किसान आंदोलन को भी अपने नायाब तरीके से समर्थन दिया गया है। जिनकी शादी थी उनका नाम अजय है और खुशी की बात है कि अजय खुद अपनी बारात के ट्रैक्टर को चला रहे थे। इनके बगल में भीमसेना के एक कार्यकर्ता के हाथ में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर थी और एक बगल में भीमसेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर संविधान की किताब और तलवार लेकर बैठे थे। जिन्हें देखने के लिए सैकड़ों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
मंच पर किसी भी धर्म को अपना पाखंड रचने की अनुमति नहीं दी गई। यहां तक कि बुद्ध वंदना कराई तो गई और तथागत गौतम बुद्ध के अष्टांगिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी ली गई। परन्तु धार्मिक रीति-रिवाज को कोई तवज्जो नहीं दी गई। भीमसेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर ने नवविवाहित जोड़ों अजय और पायल को औपचारिक तौर पर विवाह कर बंधन बांधा। नवाब सतपाल तंवर ने बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर और सभी संतों, महापुरूषों को साक्षी मानकर दोनों को एक साथ जीवन व्यतीत करने के लिए संविधान की शपथ दिलाई।
ये शादी अपने आप में एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक शादी रही। लोगों के लिए गौरव की बात थी कि भीमसेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर खुद नवविवाहित जोड़ों अजय और पायल को संविधान की शपथ दिला रहे थे। साथ ही बाबा साहेब डॉ० भीमराव अम्बेडकर की 22 प्रतिज्ञाओं का भी अनुसरण कराया गया। इस मौके पर भीमसेना के राष्ट्रीय प्रभारी अनिल तंवर, राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह, हरियाणा प्रदेश महासचिव मीतू रविदासिया, गुरुग्राम जिलाध्यक्ष कैलाश रंगा, कृष्ण गोठवाल आदि भीमसेना के पदाधिकारियों और भीम सैनिकों ने विवाह का आंनद उठाया।
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