गुलज़ार अहमद, मैनपुरी ( यूपी ), NIT;
- भोंगाव में हुई लूट और हत्या को लेकर पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक की पैनी नजर,14 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया
- भोंगाव, मैनपुरी, घिरोर, बेवर, करहल व इटावा सहित सभी कस्बों के सर्राफा व्यवसाई लामबंद, मृतक के परिजनों को दिया साथ देने का आश्वासन।
सर्राफा व्यवसायी की हत्या और 60 लाख की लूट के मामले में जनपद के सर्राफा व्यवसाइयों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। घिरोर, बेवर, इटावा के सर्राफा व्यवसायियों ने पीड़ित परिवार से मिलकर उनका साथ देने का आश्वासन दिया है। सर्राफा व्यवसायियों ने भोगांव सर्राफा संघ के अध्यक्ष से भी कदम से कदम मिलाकर संघर्ष करने व घटना का खुलासा न होने पर आंदोलन में साथ देने का वादा किया है।
शनिवार को सर्राफा व्यवसायी राजेश कुमार वर्मा की लूटपाट के बाद हत्या किये जाने की वाजह से जनपद के ही नहीं इटावा जनपद के सर्राफा व्यवसायियों ने पीड़ित परिजनोंसे मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की व मृतक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्वांजलि दिये जाने का तांता लगा रहा। घिरोर से आये सर्राफा व्यवसायी श्याम कुमार वर्मा, अरविन्द कुमार वर्मा, अनिल कुमार वर्मा, राजू वर्मा व धर्मेन्द्र वर्मा करहल के राजीव यादव, सुमेश कुमार, मुकेश चंदेल, महेन्द्र कुमार वर्मा, इटावा सर्राफा एशोशिसन के अध्यक्ष श्याम सिंह वर्मा, जसवन्त सिंह वर्मा, ईश्वरदयाल वर्मा, बेवर के राजीव मिश्रा, मनोज दीक्षित, रजनीश वर्मा, किशन वर्मा, सुशील वर्मा, अशोक गुप्ता, भीमसेन सर्राफ आदि ने मृतक राजेश कुमार वर्मा के पिता गिरजा शंकर वर्मा व उनके अन्य परिजनो से मुलाकात कर शोक संवेदना की। सर्राफा व्यवसायियों ने नगर सर्राफा संघ के अध्यक्ष सुधीर कुमार वर्मा, रमेश चन्द्र वर्मा, शिव शंकर वर्मा, पम्मू वर्मा, सुरेन्द्र वर्मा उर्फ बड़े लला, अरविन्द वर्मा, गोविन्द वर्मा, सुरजीत लोधी, मनोज वर्मा, रामबाबू वर्मा, अवधेश प्रताप सिंह आदि स्वर्णकारी का काम करने वाले कारोबारियों से भी मुलाकात की तथा भोगांव सर्राफ संघ को किसी भी प्रकार के आंदोलन में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया है।
भोंगाव में कैम्प कर रहे अपर पुलिस अधीक्षक
भोंगाव में हत्याकाण्ड के बाद कोतवाली में भोगांव में कैम्प कर रहे अपर पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह का कहना है कि अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ प्रशान्त कुमार के नेतृत्व में गाजियाबाद एवं आगरा व फिरोजावाद की टीमें मामले के खुलासे के लिये जुटी हुयी हैं। वहीं स्पेशल क्राइम ब्रान्च फिरोजाबाद के प्रभारी शैलेन्द्र सिंह यादव व मैनपुरी क्राइम ब्रान्च प्रभारी दिवाकर सिंह के अतिरिक्त जनपद मंे अपराधियों की धर पकड़ एवं मामले के खुलासे के लिये जुटी हुयी हैं। घटना को हर संभव खोलने का प्रयास किया जा रहा है। पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक मैनपुरी राजेश एस नजर बनाये हुये हैं। उन्हेाने कहा कि पुलिस हर एंगल से जांच में लगी हुयी है। मामले का शीघ्र ही खुलासा किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
सर्राफा व्यवसाईयों ने दूसरे दिन भी बन्द रखी दुकानें
भोगावं में लूटपाट एवं हत्या के बाद दो दिन गुजर जाने के बाद भी नगर के सर्राफा व्यवसायियों का आक्रोश कम नही हो रहा है। खुलासे केा लेकर पूरा नगर सर्राफा व्यवसायी एकजुट बना हुआ है। घटना के खुलासे की मांग करते हुये आक्रोशित सर्राफा व्यवसायियों ने शनिवार को भी अपनी अपनी दुकाने बंद रखी। सर्राफा व्यवसायी शिव शकर वर्मा, सुनील वर्मा का कहन है कि जब तक आरोपियों की धर पकड़ व माल बरामदगी नही हो जाती तब तक वह लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस केसे करें। इसी बात को लेकर उन्होने घटना के खुलासे तक अपनी दुकाने बंद रखने का निर्णय लिया है।
- सुरक्षित नहीं सर्राफा व्यवसाई
- घिरोर में हो चुकी है दो घटनाएं
घिरोर के सर्राफा व्यवसायी अरविन्द कुमार वर्मा ने बताया कि विगत 24 फरवरी 2016 को अज्ञात लुटेरों ने दुकान बंद कर घर जाते समय उनका थैला जिसमें लाखों रूपये के आभूषण व नकदी लूट ली गयी थी। जब बदमाशों ने उन पर तमंचा ताना तो उन्होंने बदमाशों को अपना थेला स्वयं दे दिया था। इसके बावजूद भी बदमाशों ने उन्हें गोली मारकर घायल कर दिया था।
घिरोर में सर्राफा व्यवसायी के साथ हुई घटना का भी नहीं हो सका खुलासा
घिरोर के ही सर्राफा व्यवसायी राजू वर्मा जो कोसमा में अपनी स्वर्णकारी की दुकान का संचालन कर रहे हैं ने बताया कि 4 जून 2017 को बदमाशों ने उन्हें गोली मारकर घायल करते हुये लाखों रूपये की लूट की घटना को अंजाम दिया था। उन्होंने घटना की रिपोर्ट करते समय कुछ लोगों पर लूट में सम्मलित होने का संदेह किया था। इसके वावजूद घटना का खुलासा आज तक नहीं हो सका है।
पुलिस ने अबतक 14 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया
लूटपाट व हत्या की घटना के बाद घटना के खुलासे में जुटी पुलिस ने अब तक लगभग 14 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। एसटीएफ आदि टीमें संदिग्ध लोगों से पूछताछ में जुटी हैं। वहीं पुलिस ने पूछताछ के बाद निर्दोष पाये जाने पर बिजली मिस्त्री अरविन्द एवं आशीष कुमार शाक्य को छोड़ दिया है। इस सबंध में पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने बताया कि किसी भी निर्दोष को अकारण नहीं फंसाया जायेगा। उन्होंने घटना का शीघ्र से शीघ्र खुलासा किये जाने की बात कही है।
खुलासे के लिए एस.पी. सक्रिय
पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने पकड़े गये संदिग्धों की गोपनीय रूप से पहचान कराये जाने के लिये एफआईआर कर्ता संजीव कुमार वर्मा, विमल वर्मा, अनिल कुमार को थाने बुलाया है। पुलिस अधीक्षक ने काफी देर तक संजीव कुमार वर्मा से एकान्त में बातचीत की।
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