गुलज़ार अहमद, मैनपुरी ( यूपी ), NIT; आईजी आगरा व जिले के कप्तान थाना भोंगाव में सर्राफा व्यवसायी की हत्या व लाखों की लूट के आरोपियों को पकड़ने की योजना बना रहे थे तभी नगर के मुख्य बाजार स्थित जामा मस्जिद के सामने गहलोत रेडीमेट की दुकान पर दिनदहाड़े अज्ञात बदमाशों ने दुकानदार के साथ मारपीट कर कपड़े लूट कर ले जाने की घटना को अंजाम दे दिया। कस्बे में आईजी की मौजूदगी के दौरान घटना घटित होने पर भोंगाव पुलिस के हाथ पांव फूल गए और पुलिस सकते में आ गयी। फरियादी शिकायत करने थाने पहुंचा तो भोंगाव पुलिस ने आईजी से शिकायत करने जा रहे फरियादी को बीच में लपक लिया, और बदमाशों की तलाश में जुट गई।
शुक्रवार को जिस समय पुलिस महानिरीक्षक आगरा मण्डल आगरा मुथा अशोक जैन, पुलिस अधीक्षक राजेश एस, अपर पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह, क्षेत्राधिकारी परमानन्द पाण्डेय आदि पुलिस अधिकारियो के साथ सर्राफा व्यवसायी की हत्या व लाखों की लूट की घटना के खुलासे के सबंध में विचार विमर्श कर रहे थे। उसी समय जामा मस्जिद के सामने मुख्य बाजार में गहलौत रैडीमेड पर तीन चार नकाब पोश अज्ञात बदमाश अपराहन लगभग 12 बजे दुकान में घुस आये और दुकानदार के साथ मारपीट कर हजारो रूपये के रैडीमेड कपड़े लूटकर ले गये। बदमाश भागते समय अपनी घड़ी व टीशर्ट छोड़ गये।
पीड़ित अपने समर्थकों के साथ तहरीर लेकर जैसे ही थाना भोंगाव पहुँचा तो पुलिस ने थाने आने का कारण पूछा, जैसे ही पीड़ित ने दिन दहाड़े लूट होने की बात कही तो सुनकर पुलिस के हाथ पांव फूल गए, अभी एक हत्या व लूट का खुलासा कर नही पाए थे कि अगले ही दिन पुनः लूट की बात सुनकर भोंगाव पुलिस ने पीड़ित को आईजी व कप्तान तक नही जाने दिया और आनन फानन में पीड़ित को साथ लेकर कारवाही का आश्वासन देकर बदमाशों की तलाश में जुट गई। लूट की घटना की तहरीर दुकान मालिक जितेन्द्र सिंह गहलोत पुत्र सुखवासी लाल गहलोत द्वारा थाना पुलिस को दी गयी है। पुलिस तहरीर के आधार मामले की जांच शुरू कर दी है। आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा।
इसका एक कारण ये भी है कि भोंगाव पुलिस के चर्चित सिपाहियों की अराजक तत्वों के साथ दोस्ती बढ़ती जा रही है, जो जुआ, सट्टा व शराब माफियाओं के साथ उठते बैठते है, जिन्हें थाना क्षेत्र में होने वाले सभी गलत कार्यो की पूर्ण जानकारी रहती है, और समय पर सुविधाशुल्क भी मिलती रहती है, यही कारण है कि अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद होते जा रहे हैं कि पुलिस का डर ही समाप्त हो गया और अपराध कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। अगर समय रहते इस पर लगाम न लगाई गई तो परिणाम और भी खतरनाक होंगे। कप्तान साहब अगर इन चर्चित सिपाहियों पर लगाम न कसी तो अपराध का ग्राफ बढ़ता ही रहेगा। भोंगाव थाना कोतवाली को शशिकान्त सिंह जैसे एक तेजतर्रार एस ओ की जरूरत है जिसके समय मे जुआ, सट्टा, शराब के कारोबारी व अराजक तत्व शशिकान्त सिंह उर्फ सिंघम के भय से भोंगाव थाना कोतवाली की सीमा से पलायन कर गए थे।
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