भारत बंद के दौरान मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 15 लोगों को लिया गया हिरासत में, मंत्री नरेंद्र तोमर के बंगले का घेराव करने पहुंच गए थे ये लोग | New India Times

संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:

भारत बंद के दौरान मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 15 लोगों को लिया गया हिरासत में, मंत्री नरेंद्र तोमर के बंगले का घेराव करने पहुंच गए थे ये लोग | New India Times

किसानों के मंगलवार को भारत बंद के मद्देनजर मध्य प्रदेश में हाई अलर्ट होने के कारण प्रदर्शन का ज्यादा असर नहीं दिखा। कुछ छुटपुट जगहों पर बहसबाजी को छोड़ें तो सभी शहरों में बाजार और दुकानें समय पर खुलीं और कारोबार भी हुआ एवं ट्रैफिक भी सामान्य रूप से चलता रहा। प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा, सिर्फ ग्वालियर में ही 15 लोगों को हिरासत में लिया गया। उधर पूरे देश की बात करें तो बंद के प्रति आमजन व व्यापारी वर्ग ने कोई खास रुचि नहीं दिखाई और रोजमर्रा के कामकाज पूरी तरह चलते रहे। देश की राजधानी दिल्ली में विपक्ष द्वारा सड़क पर उतरने की वजह से बंद को लेकर कुछ इलाकों में थोड़ी हलचल जरुर देखने को मिली।

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया वे मंत्री नरेंद्र तोमर के बंगले का घेराव करने पहुंच गए थे। डबरा में कांग्रेसियों ने अग्रसेन चौराहे पर पीएम मोदी का पुतला फूंका। विदिशा में भाजपा-कांग्रेस राष्ट्रव्यापी बंद को लेकर आमने-सामने हो गई। कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में की बाजार बंद की अपील। वहीं भाजपा बाजार खुलवाने सड़कों पर उतरी। जबलपुर में बंद कराने निकले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका दिया था। उन्होंने कृषि उपजमंडी में प्रदर्शन भी किया।

इसके अलावा भोपाल में प्रदर्शन के कारण बोर्ड ऑफिस समेत कुछ जगहों पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक बाधित रहा लेकिन अधिकांश जगह बंद को लेकर प्रदर्शनकारी और प्रशासन आमने-सामने तक नहीं आए। इंदौर में भी पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा बाइक रैली निकालकर छावनी मंडी पहुंच गए।

इंदौर छावनी में दिग्विजय सिंह और विधायक जीतू पटवारी, विशाल पटेल, अश्विन जोशी सहित 200 से ज्यादा कांग्रेस पंहुचे थे। कांग्रेसियों को देखते हुए लोगों ने अपनी दुकानों के शटर गिरा दिए थे। यहां नेताओं ने करीब आधे घंटे तक धरना दिया। दोपहर बाद भोपाल और जबलपुर में ट्रांसपोर्टस किसानों के समर्थन में आ गए।

इसलिए नहीं हुआ असर

प्रदेश में व्यापारी संगठनों ने समर्थन नहीं दिया था लेकिन कांग्रेस इसके समर्थन में आ गई थी। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट), किराना व्यापारी महासंघ, एफएमसीजी, राजधानी कपड़ा व्यापारी महासंघ, मिष्ठान विक्रेता संघ भोपाल और मध्य प्रदेश फेडरेशन कॉमर्स इंडस्ट्रीज ने बंद के पक्ष में नहीं था। गल्ला मंडी संघ किसान के समर्थन में रहे लेकिन मंडियों को बंद नहीं किया।


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