हरकिशन भारद्वाज, जयपुर (राजस्थान), NIT:

तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि एआईसीटीई की गाइडलाइन के अनुसार राज्य के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रथम वर्ष की कक्षाएं एक दिसम्बर से शुरू कर दी जाएंगी।
उन्होंने राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, झालवाड़ द्वारा आयोजित एक वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में कहा कि आरटीयू कोटा, बीटीयू बीकानेर में सभी कोर्सेस के सिलेबस को 30 प्रतिशत तक कम किया जाएगा। दोनों यूनिवर्सिटी यह निर्धारित करें कि सप्ताह में तीन दिन ऑनलाइन तथा तीन दिन ऑफ लाइन क्लास ली जा सके।
डॉ. गर्ग ने कहा कि कॉलेजों में विद्यार्थियों के डॉक्यूमेन्ट वेरिफि केशन सहित सारे काम ऑनलाइन होने चाहिए। कॉलेजों को मान्यता देने का कार्य भी ऑनलाइन किया जाए। इसमें फि जिकल वेरिफि केशन की जरूरत नहीं। इंजीनियरिंग कॉलेज स्टार्टअप द्वारा नए उपकरण बनाएं।डॉ. गर्ग ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क 90 प्रतिशत तक प्रभावी है। मुख्यमंत्री ने राजस्थान में कोरोना के विरूद्ध ” नो मास्क-नो एंट्री ” जन आंदोलन की उपयोगी शुरूआत की है। प्राइवेट कॉलेज मास्क बनवाकर अपने क्षेत्र के गरीबों, थड़ी-ठेले वालों, आमजन में वितरित करें। कॉलेज जागरुकता पोस्टर से मास्क लगाने का प्रचार-प्रसार करें।
करें जागरुकता पैदा
प्रारंभ में तकनीकी शिक्षा की शासन सचिव शुचि शर्मा ने कहा कि राज्य में कोरोना के विरूद्ध जनांदोलन अभियान में दोनों तकनीकी विवि सहित सभी इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों में सरकारी गाइड लाइन की पालना के साथ जागरूकता पैदा की जाए। आरटीयू कोटा के कुलपति प्रोफेसर आर.ए.गुप्ता ने कहा कि हमने पहले ही 30 प्रतिशत कोर्स को कम किया है। बीटीयू, बीकानेर के कुलपति प्रोफेसर एच.डी. चारण ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए तन की सुरक्षा और मन की मजबूती दोनों आवश्यक है। एसकेआईटी जयपुर के निदेशक सुरजाराम मील ने कहा कि हम सुरक्षित ढंग से कॉलेज के कार्य कर रहे हैं। आर्य इंजीनियरिंग कॉलेज जयपुर के निदेशक अरविन्द अग्रवाल ने कहा कि हम एसएमएस का पालन करेंगे और बच्चों का भविष्य खराब नहीं होने देंगे। अन्त में तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव प्रथम अनिल कुमार अग्रवाल, संयुक्त शासन सचिव द्वितीय मनीष गुप्ता ने भी सम्बोधित किया।
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