आर्यावर्त बैंक मैनेजर पर तीस हजार रुपया रिश्वत मांगने का लगा आरोप | New India Times

फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ, बहराइच (यूपी), NIT:

आर्यावर्त बैंक मैनेजर पर तीस हजार रुपया रिश्वत मांगने का लगा आरोप | New India Times

आर्यावर्त बैंक सिंगाही ब्रांच के मैनेजर पर कर्ज पास करने की एवज में 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया है। पीड़ित ने इस बारे में जिला अधिकारी को लिखित शिकायत कर बैंक मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

जनपद बहराइच के थाना क्षेत्र फखरपुर निवासी प्रवेश कुमार पुत्र राम रसीले ने शिकायत में बताया कि केशवापुर चौराहे पे उसका प्लाट है। उसने इस प्लाट को गिरवी रखकर आर्यावर्त बैंक से तीन लाख रुपये का कर्ज देने के लिए आवेदन किया था।

शाखा प्रबंधक ने इस बारे में कागजात दिखाने को कहा और बंधक नक्शा आदि के बारे में बताया। पीड़ित का कहना है कि प्रबंधक ने जितनी औपचारिकताएं बताई वे उसने सारी पूरी की और बैंक मैनेजर के पास अपने साथी के साथ कर्ज की रकम लेने के लिए गया। मैनेजर ने उसे बताया कि उसका कर्ज मंजूर हो गया। जब उसने राशि मांगी तो मैनेजर ने 15 हजार रुपये पहले व शेष 15 हजार रुपये बाद में देने को कहा। मैनेजर ने कहा कि वे उसे फ्री में कर्ज नहीं देंगे ऊपर तक देना पड़ता है। जब पीड़ित ने रिश्वत देने से मना कर दिया तो बैंक मैनेजर आग बबूला हो उठे और उन्होंने एक भी पैसा देने से मना कर दिया। प्रवेश कुमार ने शिकायत में बताया कि दो बार मुख्यालय पे भी शिकायत करने के बावजूद कई बार दौड़ाया फिर घुस न देने की वजह से धमकी भी दी कि मैं जबतक यहाँ मैनेजर हूँ दुनिया की कोई ताकत तुम्हारा होम लोन नहीं करवा सकती। पीड़ित का कहना है कि कर्ज लेने के लिए कागजात नक्शा आदि तैयार करने में उसके करीब 15 हजार रुपये खर्च आए हैं। उसने बताया कि इसी बैंक मैनेजर ने कुछ दिन पूर्व एक विवादित भूमि पे 25% घूस लेकर एक लोन किया हैं।

पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन पूर्व सारी प्रक्रिया पूरी करने के साथ 300 का इस्टम्प पेपर भी दे दिया था बावजूद 1500 रुपया का और अतरिक्त इस्टम्प पेपर की मांग भी कर रहे हैं।
जिला अधिकारी से शिकायत की हैं कि जांच कराकर उचित कार्यवाही करें नहीं तो ऐसे में हम लोगों का कानून से भरोसा उठ जाएगा।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading