गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:
जब भ्रष्टाचार की हो तो यूपी सरकार के विभागों में होने वाले भ्रष्टाचार हमेशा ही कीर्तिमान रचने वाले होते हैं। एक ताजा रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि यूपी सरकार का खाद्य विभाग हर साल अम्बेडकरनगर में मुर्दों के नाम पर लाखों रुपये का चावल और गेहूं आवंटित करती है। इसी योजना के जरिए मुर्दों के नाम पर राशन आवंटित कर इस धांधली को अंजाम दिया जा रहा है।
एक तरफ जहां कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देश में लॉक डाउन जारी हैं वहीँ इस बीच सरकार गरीब जनता के लिए निःशुल्क राशन मुहैया कराने और गरीब वर्ग को राहत देने के लिए प्रयासरत है लेकिन कोटेदारों की मनमानी के चलते गरीब जनता दर-दर भटकने को मजबूर हो रही है। ताजा मामला यूपी के अंबेडकरनगर जिले के थाना अकबरपुर स्थित वार्ड नंबर 23 बावनपुर का है जहां पर जनता कोटेदार की मनमानी के किस्से बयां कर रही है।
लाभार्थियों की मानें तो कोटेदार राम नयन जो वार्ड नंबर 23 बावनपुर में मृतक है उनके यूनिट का राशन डकार कर रजिस्टर में अंकित कर रहें हैं और पात्रों को राशन नहीं मिल पा रहा है। इस दौरान दिव्यांग व्यक्ति के साथ साथ दर्जनों लोगों ने आरोप लगाया की कोटेदार अपनी मनमानी कर रहे हैं। लोगों के मुताबिक प्रत्येक यूनिट पर 5 किलो राशन मिलता है जिसमें कोटेदार द्वारा कटौती की जाती है। लाभार्थियों की मानें तो कोटेदार फर्जीवाड़े में बहुत ही शातिर है।
इस तरह कोटेदार की मनमानी के चलते कई परिवार भुखमरी की कगार पर आ गए हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं।
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