जितेंद्र वर्मा, हरदा ( मप्र ), NIT; ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के तहत गांवों में मौजूद जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार और नई जल संरचनाओं के काम हाथ में लिए जाने की कार्य योजना बनाई गई थी। इस योजना के अमल को देखने के लिए आज नर्मदा पुरम संभाग के कमिश्नर उमाकांत उमराव ने हरदा जिले के खिरकिया विकास खंड के गांव धनवाड़ा और खमलाय का भ्रमण किया। कलेक्टर श्रीकांत बनोठ और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री केडी त्रिपाठी भी साथ थे। कमिश्नर उमराव ने कहा कि नर्मदापुरम संभाग के हरदा, होशंगाबाद, बैतूल जिले मे बनाए गए खेत, तालाब व बलराम तालाब में मछली पालन की भरपूर संभावना मौजूद है। संभाग के किसान खेती, पशुपालन के अलावा मछली पालन की ओर भी विशेष ध्यान देवे तथा मछली पालन कर अतिरिक्त लाभ कमाएं। उन्होने कहा कि किसान सदियों से खेती, पशुपालन, बागवानी का कार्य करते आ रहे है। वर्तमान समय में कृषि हेतु उन्नत प्रगति के बीज, खाद के उपयोग के साथ जल प्रबंधन हेतु खेत में तालाब व बलराम तालाब जैसी छोटी जल संरचनाएं बनाई जा सकती है। इन जल संरचनाओ मे वर्षा का पानी संग्रहित कर यदि मछली पालन किया जाए तो लोगों को पौष्टिक आहार तो मिलेगा ही साथ ही किसानों को इससे अतिरिक्त आय की प्राप्ती होगी। वर्तमान में नर्मदानरम संभाग के बैतूल जिले में 470, होशंगाबाद में 386 एवं हरदा में 119 बलराम तालाब है। जिन तालाबों में 3 माह तक पानी उपलब्ध रहता है। उन तालाबों में मेजर कार्य कतला रोहू ब्रिगल के लिए 10 लाख का स्पान संचयन कर 1 हैक्टेयर से 3 लाख फाई प्राप्त की जा सकती है साथ ही 2 हैक्टेयर से 20 लाख मिश्रित कार्य का स्पान संचयन करने पर 6 लाख फाई प्राप्त की जा सकती है तथा 90 हजार की आय भी प्राप्त की जा सकती है। जिला मत्स्य अधिकारी श्री गुरूदेव चंदेलकर ने बताया कि सर्वे के दौरान यह पाया गया है कि नर्मदापुरम संभाग में 0.1 हैक्टेयर से लेकर 0.2 हैक्टेयर तक के तालाबों मे कतला रोहू ब्रिगल का स्थान संचयन करने पर 26 हजार रूपये की राशि व्यय करने पर किसानो को मत्स्य बीज विक्रय करने पर 45 हजार रूपये की एवं मत्स्य उत्पादन से 30 हजार रूपये तक की आय प्राप्त हो सकती है। जिससे 0.2 हैक्टेयर जल क्षेत्र के तालाब में कतला रोहू का ब्रिगल का स्थान संचयन करने पर 41 हजार 280 रूपये का व्यय करने पर मत्स्य बीज का विक्रय करने पर 90 हजार व मत्स्य उत्पादन से 60 हजार रूपये तक की आय प्राप्त हो सकती है। हरदा जिले के कृषक राजेन्द्र सिरोही अपने बलराम तालाब में मत्स्य पालन कर सफल मत्स्य पालन कृषक बने है। उन्होने अगस्त माह में 2 हजार फिंगरलिंग का संचयन कर मत्स्य पालन का कार्य किया है। उनके तालाब का जल क्षेत्र 0.12 हैक्टेयर है। जिसमे उपलब्ध मछलियों का वजन 700 ग्राम तक का है। उससे कृषक श्री राजेन्द्र सिरोही को 1 लाख रूपये तक की आमदनी प्राप्त होती है। कमिश्नर श्री उमराव ने सभी कृषकों से अनुरोध किया कि वे मत्स्य पालक राजेन्द्र सिरोही से प्रेरणा लेकर अपने खेत में बलराम तालाब बनाकर मत्स्यपालन कर लाभ कमाएं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी केडी त्रिपाठी ने बताया कि ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के अंतर्गत प्रत्येक ग्रामो मे शासकीय एवं निजी तालाब के निर्माण एवं जीर्णाेधार को प्राथमिकता के आधार पर लिया जा रहा है । मनरेगा योजनांतर्गत उक्त कार्याे को लिया जा रहा है । जिले की तीनो जनपदों मे आज तक मनरेगा योजना से 37 सामुदायिक तालाब एवं 42 निजी तालाबों का चिन्हाकन कर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है । तालाबों के जीर्णाेधार एवं निर्माण मे जनसमुदाय का ग्रामीण अंचलों मे भरपुर सहयोग मिल रहा है । मनरेगा योजनांतर्गत अन्य कोई भी व्यक्ति पात्रतानुसार तालाब का निर्माण कर लाभ प्राप्त कर सकते है । इसके अलावा मत्स्य विभाग के द्वारा भी जिले मे तालाबों के निर्माण का कार्य अभियान प्रारंभ कर दिया गया है ।
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