साबिर खान, गुरुग्राम/नई दिल्ली, NIT:
आरक्षण का विरोध करते हुए भारतीय संविधान को जातिवादी संविधान बताने वाले एक ट्वीट को लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बीते 26 अगस्त को भीमसेना चीफ़ नवाब सतपाल तंवर ने कंगना रनौत के खिलाफ सेक्टर 37 थाने में देशद्रोह की शिकायत दर्ज कराई थी। कंगना रनौत के इस ट्वीट की पुलिस जांच कर ही रही थी कि मामले में जिला अदालत ने कड़ा संज्ञान लिया है। मामला संविधान के अपमान से जुड़ा होने के कारण अत्यंत गंभीर है। शिकायतकर्ता भीमसेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर ने अदालत को बताया है कि पुलिस को इस मामले में आरोपी कंगना रनौत को तुरंत गिरफ्तार करके जेल भेजना चाहिए। तंवर का कहना है कि कंगना रनौत ने भारत के संविधान को जातिवादी बताकर उसका अपमान किया है।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को मामले की सुनवाई हरजोत कौर की अदालत में हुई। अदालत ने सेक्टर 37 पुलिस के एसएचओ और गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर को नोटिस जारी करके मामले की कार्यवाही रिपोर्ट के साथ एक महीने के भीतर अदालत में हाजिर होने का आदेश दिया है। अदालत ने पुलिस पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि एक सप्ताह से पुलिस क्या कर रही है? शिकायत आने के बाद अब तक आरोपी कंगना रनौत पर कानूनी कार्यवाही क्यों नहीं की गई? संविधान के अपमान का मामला बेहद गंभीर है जिसे हल्के में नहीं किया जा सकता। अदालत ने पुलिस को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा है कि मामले में जल्द कार्यवाही करें। अदालत ने पुलिस को कार्यवाही रिपोर्ट के साथ 5 अक्टूबर को अदालत में हाजिर होने का आदेश दिया है। अदालत के आदेश के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है और कंगना रनौत के खिलाफ कार्यवाही की तैयारी कर रही है।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.