अशफाक कायमखानी, सीकर/जयपुर (राजस्थान), NIT:
राजस्थान की अजीम तरीन शख्सियत व हाल सीकर निवासी अलादीन खान चार्टेड ऐकाऊंटेट (A. KHAN & COMPANY) आज सुबह पोने चार बजे के करीब सबको अलविदा कहते हुये इंतेकाल फरमा गये।
शेखावाटी के सीनियर सीए व कायमखानी बिरादरी के पहले सीए अलादीन खान ने 1978 में जब सीए बनकर प्रेक्टिस की शुरुआत की तबतक सीकर के सीनियर सीए प्रहलाद झूरिया के शिष्य थे। खान के इंतेकाल की खबर सुनकर उनके उस्ताद प्रहलाद झूरीया सीए ने खान को अपना अनुशासित स्टूडेंट बताते हुये उनके काम करने की झमता की तारीफ करते हुये कहा कि आज उनका बेस्ट शिष्य उनसे बिछड़ गया। खान को खिराजे अकीदत पेश करते हुये उनकी काफी खूबियों का वर्णन किया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने खान को इंसानियत का पैरोकार व सामाजिक सद्भावना के लिये जीवन भर कार्य करने वाला बताते हुये कहा कि सीकर के लिये खान का जाना बड़ी हानि है।
सीए खान के इंतेकाल की खबर पाकर भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी अशफाक हुसैन व रिटायर्ड डीआईजी कुवंर सरवर खां ने उन्हें कौमी हीरो बताते हुये कहा कि अचानक इस तरह से खान के चले जाने से उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी एवं उसकी भरपाई करना कठिन होगा।
ए. खान को आज दोपहर को सीकर के बड़े कब्रिस्तान में सुपुर्द ऐ खाक करके उनके लिए दुआ ए मग्फिरत की गयी। कब्रिस्तान में सुपूर्द ए खाक करते समय परिसर में सीकर सभापति जीवन खां, सामाजिक कार्यकर्ता खेमचन्द महला सहित अनेक परिवारजन व निकटवर्ती मिलने वाले मौजूद थे।
मूलरूप से डीडवाना तहसील के छोटी छापरी गांव के निवासी खान अपने पीछे दो पूत्र, एक पुत्री, पत्नी व वालिदा के अलावा भरापूरा परिवार छोड़कर गये हैं।
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